उत्तराखंड
बोर्ड की परीक्षा दे चुके विद्यार्थियों के लिए उत्तराखंड सरकार का बड़ा फैसला, दसवीं का रिजल्ट आने से पहले 11 वीं कक्षा की पढ़ाई हो जाएगी शुरू
Renuka Sahu
5 May 2022 7:05 AM GMT
x
फाइल फोटो
उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी सरकार ने हाईस्कूल की बोर्ड की परीक्षा दे चुके विद्यार्थियों के लिए बड़ा फैसला किया है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी सरकार ने हाईस्कूल (High School) की बोर्ड की परीक्षा दे चुके विद्यार्थियों के लिए बड़ा फैसला किया है. सरकार के फैसले के तहत उत्तराखंड बोर्ड (Uttarakhand Board) के जिन छात्रों ने हाईस्कूल की परीक्षा दी है, वे परिणाम (Uttarakhand Board Exams result) आने से पहले ही कक्षा 11वीं में दाखिला ले सकते हैं. इसके लिए राज्य सरकार ने शैक्षणिक सत्र में पढ़ाई को सुचारू रखने के लिए एडमिशन की नई व्यवस्था लागू की है और इसके तहत छात्रों को अस्थायी रूप से प्रवेश दिया जाएगा. इसके साथ ही अब सरकारी स्कूलों के दसवीं के विद्यार्थी एक स्कूल से दूसरे स्कूल में आसानी से एडमिशन ले सकेंगे और इसके लिए राज्य सरकार ने नियमों को आसान बनाया है.
गौरतलब है कि उत्तराखंड बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं पूरी हो चुकी हैं औरउत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन अब चल रहा है. जानकारी के मुताबिक बोर्ड की परीक्षाओं का मूल्यांकन 9 मई को पूरा किया जाएगा और इसके बाद परीक्षा परिणाम तैयार किया जाएगा. बोर्ड का मानना है कि रिजल्ट तैयार होने में लंबा समय लग सकता है. ऐसे में छात्रों का समय बर्बाद न हो, इसको ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने ये फैसला लिया है. राज्य के माध्यमिक शिक्षा निदेशक आरके कुंवर ने इसके लिए निर्देश जारी किए हैं. उन्होंने लिखा है कि अभी बोर्ड की परीक्षा के परिणाम आने में अभी समय है और इसलिए जो छात्र दसवीं की परीक्षा दे चुके हैं वह कक्षा 11वीं की कक्षा में प्रवेश ले सकते हैं.
छात्रों का होगा प्रोविजनल एडमिशन
बोर्ड के आदेश के तहत कक्षा 10 की परीक्षा देने वाले छात्रों को 11वीं कक्षा में प्रोविजनल एडमिशन दिया जाएगा और जो छात्रा परीक्षा में क्वालीफाई करेंगे उन्हें आगे प्रवेश दिया जाएगा.यदि कोई छात्र फेल हो जाता है तो 11 वीं कक्षा में उसका प्रवेश रद्द कर दिया जाएगा. जानकारी के मुताबिक उत्तराखंड में बोर्ड परीक्षाओं का रिजल्ट 10 जून तक आ सकता है. हालांकि अभी राज्य में कॉपियों का मूल्यांकन शुरू नहीं हुआ है. जानकारी के मुताबिक अभी तक प्राइवेट स्कूलों में प्रोविजनल एडमिशन की व्यवस्था थी, लेकिन अब सरकारी स्कूलों में भी इसे लागू कर दिया गया है.
बोर्ड ने स्कूल बदलने के लिए बनाए आसान नियम
इसके साथ ही उत्तराखंड बोर्ड ने स्कूल बदलने को लेकर आसान नियम बना दिए हैं. बोर्ड का कहना है कि अगर कोई छात्र स्कूल बदलना चाहता है, तो उसे अपने मूल स्कूल के प्रिंसिपल से बोर्ड परीक्षा में शामिल होने का प्रमाण पत्र लेकर दूसरे स्कूल में एडमिशन ले सकता है. बोर्ड का कहना है कि अगर कोई छात्र दूसरे स्कूल में एडमिशन लेता है और वह फेस हो जाता है तो उसका दूसरे स्कूल में एडमिशन निरस्त कर दिया जाएगा।
Next Story