उत्तराखंड

कांवड़ यात्रा को लेकर उत्तराखंड सरकार ने कसी कमर, गोमुख जाने वाल कावंड़ियों पर रहेगी ड्रोन की नजर, जानिए 01 दिन में कितने को मिलेगी अनुमति

Renuka Sahu
8 July 2022 5:26 AM GMT
Uttarakhand government tightens its waist regarding Kanwar Yatra, drones will keep an eye on Gomukh going to Gomukh, know how many will get permission in 01 day
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फाइल फोटो 

कोरोना की वजह से दो साल बाद 14 जुलाई से शुरू हो रही कांवड़ यात्रा के लिए मेगा प्लान तैयार किया गया है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कोरोना की वजह से दो साल बाद 14 जुलाई से शुरू हो रही कांवड़ यात्रा के लिए मेगा प्लान तैयार किया गया है। प्रशासन के अनुसार चार से पांच करोड़ कांवड़ियों के हरिद्वार पहुंचने का अनुमान है। यह तादाद अब तक की सर्वाधिक है। कांवड़ यात्रा को लेकर कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। ड्रोन से निगरानी होगी। इस बार एक दिन में केवल 150 कांवड़ियों को ही गोमुख जाने की अनुमति रहेगी।

कांवड़ मेले को लेकर शुक्रवार को होने सीएम पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में बैठक होने वाली है। मुख्यमंत्री अभी तक हुए कांवड़ के कार्यों की समीक्षा करेंगे। सीएम निरीक्षण भी कर सकते हैं। इससे पहले, डीएम विनय शंकर पांडे ने मेले की तैयारियों को लेकर औचक निरीक्षण किया।
डीएम ने कहा कि 10 जुलाई तक काम पूरा न करने वालों विभागों के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। डीएम ने गुरुवार को कांवड़ पटरी पर चल रहे कार्यों का औचक निरीक्षण किया। रुड़की कांवड़ मेले के मद्देनजर रेलवे स्टेशन पर बम स्क्वायड ने परिसर का चप्पा-चप्पा खंगाला। कांवड़ मार्ग की निगरानी इस बार पहली बार ड्रोन से होगी।
देहरादून में 36 महिला दरोगा, कांवड़ ड्यूटी के लिए 41 मांग लीं: देहरादून जिलेभर में हाल में ड्यूटी कर रहीं 36 महिला दरोगाओं के मुकाबले 41 को कांवड़ ड्यूटी के लिए मांग लिया गया है। इससे डीआईजी देहरादून जन्मेजय खंडूरी भी हैरान हैं।
अवैध वाहनों से कांवड़ लाने पर रोक रहेगी
कांवड़ मार्ग पर मीट और मदिरा की दुकानें नहीं खोली जा सकेंगी
16 मार्गों पर कड़े प्रबंध
1. गोमुख से ऋषिकेश-हरिद्वार
2. हरिद्वार से पुरकाजी-लक्सर
3. हरिद्वार से सहारनपुर-देवबंद
4. हरिद्वार से मुजफ्फरनगर
5. मुजफ्फरनगर से सहारनपुर
6. हरिद्वार से सहारनपुर-हरियाणा
7. हरिद्वार से मेरठ-मुजफ्फरनगर-बागपत
8. हरिद्वार से सहारनपुर-शामली-बागपत
9. हरिद्वार से शामली-बागपत-लोनी
10. हरिद्वार से मेरठ-बागपत-बालैनी (पुरा महादेव)
11. हरिद्वार से नजीबाबाद-बिजनौर-मुरादाबाद
12. हरिद्वार से मेरठ-हापुड़-मुरादाबाद-बरेली
13. गढ़मुक्तेश्ववर से मुरादाबाद-बिजनौर
14. गढ़मुक्तेश्वर से गाजियाबाद-दिल्ली
15. गढ़मुक्तेश्वर से अमरोहा मार्ग
16. गढ़मुक्तेश्वर से संभल मार्ग
रुड़की: पटरी मार्ग पर सुरक्षा दीवार टूटी
रुड़की में पैदल कांवड़ियों का आवागम गंगनहर के पटरी मार्ग से होता है। इस पटरी पर आसफनगर झाल, मेहवड़ पुल, सोलानी पार्क, प्रशासिनक भवन होते हुए कांवड़िये हरिद्वार आते हैं। लेकिन इस मार्ग पर जगह जगह सुरक्षा जालियां टूटी हुई है। इसकी वजह से खतरा बना हुआ है। कांवड़ मार्ग पर अब तक यात्रियों के पेयजल, बिजली की व्यवस्था नहीं हुई न ही अस्थायी शौचलय ही बनने शुरू हुए हैं। यात्रा की व्यवस्थाएं अभी आधी अधूरी हैं।
नारसन: होटल वालों संग बैठकों का ही दौर
नारसन बॉर्डर कांवड़ियों के उत्तराखंड में प्रवेश का एक मुख्यद्वार है। इस रूट से डाक कांवड़ आतीं हैं। बॉर्डर पर अब तक तैयारियों जैसी हलचल नजर नहीं आ रही। अभी पुलिस होटल, ढाबों, गणमान्य लोगों के साथ कांवड़ को लेकर बैठक कर रही है। जहां से कांवड़िये गुजरते हैं वहां मांस, मछली, अंडा आदि की दुकानों को बंद किया जाना है। दस जुलाई तक का वक्त दिया गया है। अभी तैयारियों को लेकर बैठकों का ही दौर चल रहा है।
ऋषिकेश: कांवड़ पर अब तक हलचल नहीं
योगनगरी रेलवे स्टेशन और पुराने रेलवे स्टेशन पर कांवड़ यात्रा को लेकर अभी तक कोई तैयारी नहीं की गई हैं। कांवड़ियों के लिए दोनों ही स्टेशनों में अलग से कोई अतिरिक्त व्यवस्था नहीं की गई है। इसी प्रकार सुरक्षा और यात्री सुविधाओं को लेकर भी सरकारी अमला अब तक शांत बैठा है। स्टेशन अधीक्षक जीएस परिहार ने बताया कि कांवड़ यात्रा की तैयारी को लेकर मुख्यालय स्तर से किसी तरह का निर्देश नहीं मिला है।
हरिद्वार: स्वास्थ्य शिविर आज से लगेंगे
हरिद्वार में कांवड़ मेले की तैयारियां शुरू हो गई हैं। कांवड़ियों के लिए कांवड़ पटरी और चेकपोस्ट में 17 स्वास्थ्य शिविर लगाए जा रहे हैं। जो कल से बनने शुरू हो जाएंगे। कांवड़ पटरी में पथप्रकाश और शौचालय की व्यवस्था की जा रही है। कांवड़ पटरी के गड्ढे भरे जा रहे है। गुरुवार को चंडी द्वीप और बैरागी कैंप में भी पार्किंग की व्यवस्था शुरू कर दी गई है। सरकारी और निजी अस्पतालों में 1265 बेड रिजर्व रखे जा रहे हैं।
उत्तरकाशी: छह सेक्टर में बांटा कांवड़ यात्रा रूट
जिले में कांवड़ यात्रा को शांति व सुव्यवस्थित ढंग से संपंन करने के लिए जिला व पुलिस प्रशासन ने पूरी मुस्तैदी के साथ तैयारी पर जुटा है। दो साल बाद शुरू हो रही कांवड़ यात्रा के तहत इस वर्ष पुलिस प्रशासन की ओर से पूरे यात्रा रूट को 06 सेक्टर में बांटा गया है। इन सभी सेक्टरों पर पर्याप्त पुलिस फोर्स तैनात किया गया है। दूसरी ओर गोमुख से जल भरने के लिए एक दिन में केवल 150 कांवडि़यों को जाने की अनुमति दी गई है।
कांवड़ यात्रा में इस बार चार करोड़ यात्रियों के आने की संभावना है। पूरे कांवड़ क्षेत्र को 12 सुपर जोन, 31 जोन और 133 सेक्टर में बांटा गया है। चारधाम,मसूरी एवं देहरादून आने वाले यात्रियों के लिए हरिद्वार से हटकर रूट तैयार किये गए हैं।
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