उत्तराखंड

उत्तराखंड भाजपा विधायक ने मंत्री पर क्षेत्र की उपेक्षा करने का लगाया आरोप, अनशन की दी धमकी

Deepa Sahu
3 Jan 2022 11:51 AM GMT
उत्तराखंड भाजपा विधायक ने मंत्री पर क्षेत्र की उपेक्षा करने का लगाया आरोप, अनशन की दी धमकी
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भाजपा के विधायक दिलीप रावत ने राज्य के पर्यावरण मंत्री हरक सिंह रावत पर उनके निर्वाचन क्षेत्र की अनदेखी करने का आरोप लगाया।

उत्तराखंडः भाजपा के विधायक दिलीप रावत ने राज्य के पर्यावरण मंत्री हरक सिंह रावत पर उनके निर्वाचन क्षेत्र की अनदेखी करने का आरोप लगाया, और समस्याओं का समाधान नहीं होने पर अनशन पर जाने की धमकी दी है। लैंसडाउन के विधायक ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि हरक सिंह रावत के दबाव के कारण हिया क्षेत्र के धूमाकोट में नव स्थापित बिजली वितरण कार्यालय में कार्यपालक अभियंता की नियुक्ति नहीं की जा रही है।

विधायक ने दावा किया कि राजनीतिक शत्रुता के कारण राज्य के बिजली, वन एवं पर्यावरण मंत्री द्वारा उनके निर्वाचन क्षेत्र की उपेक्षा की जा रही है। उन्होंने राज्य विधानसभा के सामने अनिश्चितकालीन अनशन शुरू करने की धमकी दी। इससे पहले विधायक ने धामी को पत्र लिखकर कालागढ़ एवं लैंसडाउन वन संभागों में किए गए निर्माणों में कथित अनियमितताओं और नियमों के उल्लंघन की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की थी।उधर, हरक सिंह रावत ने विधायक के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अगर विभाग में कोई गड़बड़ी हुई है तो उसकी जांच होनी चाहिए। लेकिन इसके साथ ही उन्होंने सवाल किया कि विधायक अपने कार्यकाल के अंत में इस मुद्दे को क्यों उठा रहे हैं, जब चुनाव काफी नजदीक हैं।
हरक सिंह रावत ने हाल ही में कैबिनेट बैठक के दौरान अपने निर्वाचन क्षेत्र कोटद्वार में प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज को मंजूरी में देरी पर नाराजगी जताई थी। उन्होंने 24 दिसंबर को हुई बैठक बीच में ही छोड़ दी थी जिससे अटकलें लगाई जाने लगीं कि वह मंत्री पद से इस्तीफा दे सकते हैं।
गौरतलब है कि उत्तराखंड में बीजेपी की राहत उतनी आसान नहीं दिख रही है। एक के बाद एक करके सीएम बदलने से पार्टी की स्थिति कमजोर दिख रही है। केंद्रीय नेतृत्व ने पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत और फिर तीर्थ सिंह रावत को सीएम पद से चलता कर दिया। अब पुष्कर सिंह धामी पर चुनाव जिताने का दारोमदार है। लेकिन विधायकों में नाराजगी से धामी की राह आसान नहीं दिख रही। कई विधायक पार्टी छोड़ चुके हैं।
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