उत्तराखंड

अज्ञात पर मुकदमा, नैनीताल में डीएम के फर्जी आदेश से स्कूलों में शुक्रवार को कराई छुट्टी

Admin4
29 July 2022 4:23 PM GMT
अज्ञात पर मुकदमा, नैनीताल में डीएम के फर्जी आदेश से स्कूलों में शुक्रवार को कराई छुट्टी
x

उत्तराखंड के नैनीताल जिले में शुक्रवार को डीएम का फर्जी आदेश वायरल कर स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में छुट्टी घोषित कर दी गई। जब तक शिक्षक और स्कूल प्रबंधन इस आदेश की असलियत समझ पाते, तब तक कई छात्र-छात्राएं घर लौट चुके थे। कुछ सरकारी और प्राइवेट स्कूलों की कक्षाओं में इस आदेश को लेकर ताले तक लग गए।

बमुश्किल मैसेज भेजकर कुछ स्कूलों में बच्चे बुलाकर पढ़ाई शुरू कराई गई। मामले की भनक लगने पर डीएम ने आदेश जारी कर इस तरह के छुट्टी के किसी भी आदेश को खारिज कर दिया। मामले में पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हल्द्वानी कोतवाली में आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है।

मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून ने पूर्वानुमान जारी कर नैनीताल समेत कुछ पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना जताई थी। शुक्रवार सुबह से ही मौसम का मिजाज बिगड़ा दिखाई दिया। इसी बीच स्कूलों में प्रार्थना सभा के दौरान एक-एक कर शिक्षकों के व्हाट्सएप समेत अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर डीएम धीराज गर्ब्याल के नाम से एक आदेश वायरल कर होने लगा।

आदेश में खराब मौसम का हवाला देते हुए जिले के कक्षा 12 तक के सभी शिक्षण संस्थानों में 29 जुलाई को एक दिन का अवकाश रखने की बात कही गई थी। स्कूलों ने इसकी पुष्टि के लिए विभागीय अफसरों को फोन किया तो उन्हें भी इस तरह के आदेश की कोई भनक नहीं थी। इस बीच कई स्कूलों में छुट्टी कर दी गई।

बाद में आदेश फर्जी होने की बात सामने आने पर जैसे-तैसे बच्चों को बुलाकर स्कूल खुलवाए गए। फर्जी आदेश वायरल होने की सूचना मिलने के बाद डीएम ने शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे एसएसपी नैनीताल पंकज भट्ट को एक पत्र जारी कर स्पष्ट किया कि उनकी तरफ से 29 जुलाई 2022 को विद्यालयों में अवकाश का कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। उन्होंने एसएसपी से जांच कर संबंधित के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने और जांच साइबर सेल से कराने को कहा।

कोट

नैनीताल के मुख्य शिक्षा अधिकारी केएस रावत ने कहा, 'अराजक तत्वों ने शुक्रवार सुबह अवकाश का फर्जी आदेश जारी कर दिया था जिसके चलते कई स्कूलों के बच्चे वापस घर लौट गए थे। मैंने खुद दो स्कूलों का निरीक्षण किया तो वहां भी बच्चे कम मिले। बाद में स्थिति स्पष्ट होने पर अधिकांश स्कूलों में पढ़ाई शुरू कराई गई

Next Story