उत्तराखंड

कुमाउनी पिछौड़े बनाने का दो माह का तकनीकी प्रशिक्षण हुआ शुरू

Admin Delhi 1
19 Nov 2022 2:42 PM GMT
कुमाउनी पिछौड़े बनाने का दो माह का तकनीकी प्रशिक्षण हुआ शुरू
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देवभूमि हल्द्वानी न्यूज़: जिला उद्योग केंद्र में महिलाओं को कुमाउनी पिछौड़े तैयार करने के लिए दो माह का तकनीकी प्रशिक्षण शुरू हो गया है। 19 नवंबर से 8 जनवरी तक चलने वाले इस प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर महिलाओं को पिछौड़े बनाने के तकनीकी टिप्स सिखाएंगे। शनिवार को कालाढूंगी रोड स्थित जिला उद्योग केंद्र सभागार में कुमाउनी पिछौड़ा तकनीकी प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ सीडीओ डॉ. संदीप तिवारी ने किया। उन्होंने कहा कि समाज, राज्य और देश के विकास के लिए महिलाओं की शत प्रतिशत योगदान की जरूरत है। आधी आबादी के सहयोग के बिना राष्ट्र की प्रगति की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि कुमाउनी पिछौड़ा के तकनीकी प्रशिक्षण हासिल करने के बाद वे आत्मनिर्भर बनेंगी। उनके आय के स्रोत बढ़ने के साथ ही समाज भी आर्थिक सशक्त होगा।

महाप्रबंधक सुनील कुमार पंत ने बताया कि अब कुमाउनी पिछौड़ा की मांग सिर्फ उत्तराखंड नहीं बल्कि राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर है। उद्योग निदेशालय ने भी कुमाउनी पिछौड़ा को जीआई (ज्योग्राफिकल इंडिकेटर) टैग के लिए आवेदन किया है। इस वजह से पिछौड़ा पर दो माह का तकनीकी प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसमें महिलाओं को अंतर्राष्ट्रीय मांग के अनुसार बनाने, विभिन्न डिजाइन आदि की तकनीकी सिखाई जाएगी, ताकि कुमाउनी संस्कृति भी जीवंत रहे और महिलाओं को रोजगार भी मिलेगा। इस दौरान लीड बैंक प्रबंधक बीएस चौहान, योगेश चंद्र पांडेय, एसके भटनागर, मास्टर ट्रेनर चंद्रसेन अग्रवाल आदि मौजूद थे।

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