उत्तराखंड

राष्ट्रीयकृत बैंक में बारह लाख के साइबर फ्रॉड में दो की हुई गिरफ्तारी

Gulabi Jagat
8 July 2022 5:57 AM GMT
राष्ट्रीयकृत बैंक में बारह लाख के साइबर फ्रॉड में दो की हुई गिरफ्तारी
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बारह लाख के साइबर फ्रॉड में दो की हुई गिरफ्तारी
देहरादून: राष्ट्रीयकृत बैंक (सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया) में बारह लाख के साइबर फ्रॉड में दो गिरफ्तारी हुई हैं. दिल्ली से सहायक शाखा प्रबंधक को गिरफ्तार किया गया है. साथ ही देहरादून से एक शाखा प्रबंधक भी अरेस्ट किया गया है. इन लोगों ने देहरादून निवासी शख्स के बैंक खाते से एक्सेस करके बारह लाख की रकम निकाली थी. एसटीएफ उत्तराखंड जल्द ही अन्य मामले का भी खुलासा कर सकती जिसमें बैंक के अधिकारियों/कर्मचारियों की साजिश से आमजन के खातों में सेंध लग रही थी.
मुख्यमंत्री उत्तराखंड के निर्देशों के क्रम में प्रदेश के निवासियों को साइबर अपराधियों द्वारा जनता से ठगने वालों पर सख्त कार्रवाई पर पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड द्वारा एसटीएफ व साइबर पुलिस को प्रभावी कार्यवाही हेतु दिशा निर्देश दिए गए हैं. आदेशों के अनुपालन में थाना साइबर पुलिस उत्तराखंड द्वारा साइबर अपराधियों के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई करते हुये लगातार सक्रिय रहकर साइबर अपराध में सलिप्त सेंट्रल बैंक ऑफ इण्डिया के 02 बैंक अधिकारियों की गिरफ्तारी की गयी है. ये बैक अधिकारी की मिलीभगत से आम-जनता के खातों के एसएमएस अलर्ट नम्बर बदलकर 12 लाख की धोखाधड़ी करते थे.
वर्तमान में कुछ बैंक कर्मचारियों के द्वारा आम जनता के बैंक खातों में एसएमएस अलर्ट नम्बर बदल कर उनकी मेहनत की कमाई को उड़ाने के मामले प्रकाश में आ रहे हैं. ऐसा ही एक प्रकरण साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन को प्राप्त हुआ था. जिसमें वादी सुमन सहगल निवासी सेलाकुई देहरादून द्वारा सेंट्रल बैक ऑफ इंडिया सेलाकुई शाखा में बैंक अधिकारियों द्वारा बिना उनकी अनुमति के SMS अलर्ट नम्बर बदल कर खाते से 12 लाख रुपये धोखाधड़ी से निकाले जाने पर मुकदमा अपराध संख्या 12/22 पंजीकृत किया गया. प्रकरणों की गम्भीरता को देखते हुये अभियोग के अनावरण, अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु साइबर थाने से निरीक्षक त्रिभुवन रौतेला के नेतृत्व में टीम गठित की गयी. अभियोग में अभियुक्तों के विरुद्ध कार्रवाई हेतु घटना में प्रयुक्त मोबाइल नम्बर, ई-मेल आईडी, ई-वालेट तथा बैंक खातों व सीसीटीवी फुटेज व भौतिक साक्ष्यों के विश्लेषण करने पर जानकारी की गयी तो ज्ञात हुआ कि सेंट्र्ल बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारी द्वारा शिकायतकर्ता की बिना अनुमति के धोखाधड़ीपूर्वक अपने खाताधारक के बैंक खाते से सम्बन्धित गोपनीय जानकारी में परिवर्तन कर नेट/मोबाइल बैंकिग के माध्यम से शिकायतकर्ता की धनराशि से ऑनलाइन माध्यम से सोना खरीदकर उसको बेचकर लाभ अर्जित किया जा रहा था.
इसके उपरान्त थाना साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन को शिकायत प्राप्त होने साइबर थाने से विशेष टीम का गठन कर टीम द्वारा कम्पनियों से प्राप्त विवरण का गहनता से विश्लेषण एवं अन्य तकनीकी रुप से साक्ष्य एकत्रित कर पुलिस टीम द्वारा पूर्व में घटना में संलिप्त सेंट्र्ल बैंक ऑफ इंडिया बैंक के 03 बैक अधिकारियों को गिरफ्तार कर जिला कारागार भेजा गया था. इससे पूर्व भी थाना साइबर क्राइम पर अतुल कुमार शर्मा द्वारा पंजीकृत मुअस 09/22 जिसमें बैक अधिकारियों द्वारा उनकी माता के बैंक खाते का एसएमएस अलर्ट नम्बर बदलकर खाते से 30 लाख रुपये की धोखाधड़ी की गयी थी में भी सेंट्रल बैक ऑफ इंडिया के 03 बैक अधिकारियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है.
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