x
किच्छा। खुद को फाइनेंस एवं बैंक कर्मचारी बताकर बाइक स्वामी के साथ गाली गलौज कर बाइक छीनने वाले दो आरोपियों सहित यार्ड स्वामी को पुलिस ने दबोच लिया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से लूटी गई बाइक को भी बरामद कर कब्जे में ले लिया।
पकड़े गए दोनों आरोपियों सहित यार्ड स्वामी को किसी भी बैंक अथवा फाइनेंस कंपनी द्वारा अधिकृत नहीं किया गया था। फिलहाल पुलिस ने आरोपियों को न्यायालय में पेश करने की कार्रवाई शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार सिरौली कला, थाना पुलभट्टा निवासी निशान पुत्र उस्मान अली ने विगत दिवस कोतवाली पुलिस को लिखित शिकायत देते हुए बताया कि वह अपनी केटीएम बाइक संख्या यूके 06 ए जेड 1267 को घुलवाने के लिए ग्राम दरऊ गया था इसी दौरान खुद को बैंक कर्मचारी बता रहे गुरवंत सिंह एवं गुरपेज सिंह ने मोटर साइकिल की बैंक किस्त टूटने की बात कहकर गाली गलौज तथा धक्का मुक्की शुरू कर दी और जबरन बाइक छीनकर मौके से फरार हो गए।
पुलिस ने शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया और वरिष्ठ उपनिरीक्षक विनोद फर्त्याल को विवेचना सुपुर्द की गई। कोतवाली निरीक्षक धीरेंद्र कुमार के दिशा निर्देशन में पुलिस टीम का गठन कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गई। पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर तीन पानी स्थित पार्किंग यार्ड से बिजली फॉर्म, बिलासपुर, जिला रामपुर (यूपी) निवासी आरोपी गुरवंत सिंह एवं वार्ड नंबर 6, सुनहरी, थाना किच्छा निवासी गुरपेज सिंह एवं यार्ड स्वामी शांति कॉलोनी भदईपुरा, थाना रुद्रपुर निवासी अमित पांडे को दबोच लिया।
प्रभारी निरीक्षक धीरेंद्र कुमार ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनके द्वारा बैंक किस्त टूटने के बाद फाइनेंस की गई गाड़ियों को जबरन खींच कर पार्किंग यार्ड लाई जाती हैं और यार्ड के स्वामी वार्ड नंबर 4, शांति कॉलोनी, भदईपुरा, थाना रुद्रपुर निवासी अमित पांडे से मिलीभगत कर यार्ड में गाड़ियों को छिपा देते हैं। आरोपियों ने बताया कि वे लोग किच्छा के ग्राम दरऊ गए थे वहां उन्होंने केटीएम बाइक संख्या यूके 06 ए जेड 1267 को देखा तथा बाइक की एक दो बैंक किस्त टूटी होने की उन्हें जानकारी थी।
उन्होंने बाइक स्वामी को फाइनेंस कंपनी का कर्मचारी बताते हुए जबरन मोटर साइकिल छीन ली और अमित पांडे के साथ मिलकर बाइक को यार्ड में छुपा दिया। पुलिस द्वारा आरोपियों से फाइनेंस कंपनी तथा बैंक द्वारा अधिकृत किए जाने का पत्र एवं आई कार्ड दिखाने की मांग के बाद आरोपियों ने बताया कि उन्हें किसी भी फाइनेंस कंपनी या बैंक द्वारा अधिकृत नहीं किया गया है तथा उनके पास कोई परिचय पत्र भी नहीं है।
प्रभारी निरीक्षक धीरेंद्र कुमार ने बताया कि इस दौरान आरोपियों के पास फाइनेंस कंपनी का इनवॉइस व प्रीपोस्ट भी नहीं मिला तथा आरोपियों द्वारा लालचवश अमित पांडे के सहयोग से फाइनेंस की गई गाड़ियों को जबरन छीन कर पार्किंग यार्ड में छुपाने का काम किया गया। उन्होंने बताया कि फिलहाल पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से लूटी गई केटीएम बाइक को बरामद कर कब्जे में ले लिया तथा आरोपियों को न्यायालय में पेश करने की कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई है। पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक धीरेंद्र कुमार के साथ एसएसआई विनोद फर्त्याल, उपनिरीक्षक मनोज कुमार, पुलिसकर्मी त्रिलोक पांडे एवं नरेंद्र सिंह शामिल रहे।
Tagsउत्तराखंडउत्तराखंड न्यूज़फाइनेंसबाइक छीननेदिन की बड़ी ख़बरअपराध खबरजनता से रिश्ता खबरदेशभर की बड़ी खबरताज़ा समाचारआज की बड़ी खबरआज की महत्वपूर्ण खबरहिंदी खबरजनता से रिश्ताबड़ी खबरदेश-दुनिया की खबरराज्यवार खबरहिंदी समाचारआज का समाचारबड़ा समाचारनया समाचारदैनिक समाचारब्रेकिंग न्यूजBig news of the daycrime newspublic relation newscountrywide big newslatest newstoday
Admin4
Next Story