नैनीताल न्यूज़: राज्य के मेडिकल कॉलेजों में खाली चल रहे नर्सिंग अधिकारियों के 1300 पदों की भर्ती पर पेच फंस गया है. वित्त विभाग ने नर्सों की भर्ती वरिष्ठता से करने पर आपत्ति जताते हुए इस भर्ती के लिए परीक्षा कराए जाने की जरूरत बताई है.
सरकार ने स्वास्थ्य विभाग में नर्सिंग अधिकारियों के पदों पर वरिष्ठता के आधार पर भर्ती करने का निर्णय लिया था. इसके तहत चिकित्सा चयन आयोग 1564 पदों पर भर्ती कर रहा है. इसी तर्ज पर चिकित्सा शिक्षा विभाग के तहत आने वाले मेडिकल कॉलेजों में खाली चल रहे 1300 पदों पर भी भर्ती का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा था. लेकिन वित्त विभाग ने इस प्रस्ताव पर आपत्ति जताई है. वित्त विभाग ने वरिष्ठता से भर्ती को मंजूरी देने की बजाए फाइल लौटा दी है. वित्त विभाग की अड़चन के बाद अब चिकित्सा शिक्षा विभाग भर्ती को एक बार फिर कैबिनेट में ले जाने का निर्णय लिया है. सूत्रों के अनुसार कैबिनेट बैठक में प्रस्ताव पर चर्चा हो सकती है.
फैकल्टी ज्वाइन करने को तैयार नहीं डॉक्टर
उत्तराखंड के मेडिकल कॉलेजों के लिए चयनित रेगुलर फैकल्टी ज्वाइन करने को तैयार नहीं है. इस वजह से मेडिकल कॉलेजों में फैकल्टी की कमी दूर करने की योजना को झटका लगने के साथ ही छात्रों व मरीजों के सामने मुश्किल खड़ी हो गई है. राज्य में चिकित्सा शिक्षा विभाग को मजबूत करने के लिए सरकार ने पहली बार रेगुलर फैकल्टी की भर्ती शुरू की. इसके तहत 171 असिस्टेंट प्रोफेसरों का चयन किया गया. लेकिन जब इन्हें मेडिकल कॉलेजों में ज्वाइनिंग दी गई तो अभी तक इनमें से 64 ने ही ज्वाइन किया है. हालांकि शेष अन्य में से कुछ ने सरकार से ज्वाइनिंग की तिथि बढ़ाने का अनुरोध किया है.
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि अभी तक 64 असिस्टेंट प्रोफेसरों ने ज्वाइन कर लिया है. उम्मीद है कि अन्य भी जल्द ज्वाइन कर लेंगे.