परिवहन कारोबारियों ने बाहरी वाहन रोके, सवारियां उतारीं
हरिद्वार न्यूज़: हरिद्वार क्षेत्र के परिवहन कारोबारियों ने खुद ही बाहरी राज्यों से चारधाम यात्रा आने वाले व्यावसायिक एवं निजी वाहनों के खिलाफ छापेमारी शुरू कर दी है. परिवहन कारोबारियों ने बाहरी राज्यों के व्यावसायिक एवं निजी छह वाहनों को पकड़ा. इन वाहनों की सवारियों को उतारकर स्थानीय वाहनों से भेजा गया और निजी वाहनों को लौटा दिया गया. उधर, एआरटीओ का कहना है कि इस प्रकार की कार्रवाई पूरी तरह गलत है. उन्होंने कहा कि यदि किसी श्रद्धालु ने शिकायत की तो वैधानिक कार्रवाई भी परिवहन कारोबारियों पर हो सकती है.
चारधाम यात्रा में बाहरी राज्यों से आने वाले वाहनों के संचालन को रोकने के लिए टैक्सी मैक्सी, हरिद्वार प्रीपेड टैक्सी, टाटा सूमो और पंचपुरी टेंपो ट्रेवलर एसोसिएशन ने से अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया था. धरने पर बैठे वाहन परिवहन कारोबारियों-चालकों का आरोप है कि बाहरी राज्यों के वाहनों का संचालन हरिद्वार से हो रहा है जिसके चलते उनका कारोबार प्रभावित हो रहा है. वाहन संचालकों का आरोप है कि परिवहन विभाग के अधिकारी शिकायतों के बाद इस विषय पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहे. धरने पर बैठे परिवहन कारोबारियों ने खुद ही बाहरी राज्यों से चारधाम में आने वाले निजी और व्यवसायिक छह वाहनों पकड़ा. इस दौरान बाहरी वाहनों के चालकों ने इसका विरोध भी किया.
मध्य प्रदेश के आए सात श्रद्धालुओं के दल के सदस्य जीएस भदौरिया ने बताया कि उनका वाहन राजस्थान नंबर का है. उनका कहना है यदि ऐसा नियम है तो राज्य के बॉर्डर से ही इन वाहनों रोका जाए. यदि नियम नहीं है तो जो यह लोग जबरदस्ती वाहन रोककर यात्रियों को उतार रहे हैं इन पर विभाग कार्रवाई करे. गुजरात से आए परिवार को भी निजी नंबर के वाहन से वाहन संचालकों ने उतार दिया. उन्होंने भी इस सबका का विरोध किया. श्रद्धालु का कहना था उसने तो ऑनलाइन बुकिंग करायी थी. उसको क्या पता वाहनों का नियमों क्या है. हरिद्वार प्रीपेड टैक्सी एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय शर्मा ने कहा कि हमारा कारोबार चौपट हो चुका है. विभाग को कोई मदद नहीं कर रहा, इसलिए हमें खुद ही कार्रवाई करने को मजबूर होना पड़ रहा है.
परिवहन कारोबारियों को इस प्रकार वाहनों को रोकने और श्रद्धालुओं को उतारने का अधिकार नहीं है. हमारे पास इस प्रकार की कोई शिकायत नहीं है, यदि शिकायत मिलेगी तो कार्रवाई की जाएगी.
-रश्मि पंत, एआरटीओ