उत्तराखंड

भारी बारिश के बाद भूस्खलन से उत्तराखंड के कई जिलों में यातायात ठप, जगह-जगह फंसे यात्री

Renuka Sahu
26 July 2022 5:21 AM GMT
Traffic stalled in many districts of Uttarakhand due to landslides after heavy rains, stranded passengers
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फाइल फोटो 

उत्तराखंड में भारी बारिश के बाद भूस्खलन से कई जिलों में यातायात ठप हो गया है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। उत्तराखंड में भारी बारिश के बाद भूस्खलन से कई जिलों में यातायात ठप हो गया है। नेशनल हाईवे सहित आंतरिक सड़कों पर मलबा आने से ट्रैफिक बाधित हुआ है। सड़कें बंद होने से यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन द्वारा बंद सड़कों को खोलने का कार्य जारी है। लेकिन, पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश और खराब मौसम मुसीबत बना हुआ है।

एनएच में चार घंटे बाधित रही वाहनों की आवाजाही
राष्ट्रीय राजमार्ग में मंगलवार को चार घंटे वाहनों की आवाजाही बाधित रही। जिला आपदा नियंत्रण कक्ष से मिली जानकारी के मुताबिक एनएच में अमोड़ी और स्वाला के समीप सुबह चार बजे पहाड़ी से बड़ी मात्रा में मलबा गिर गया। इससे यहां से वाहनों की आवाजाही प्रभावित हो गई।
चंपावत में मलबा गिरने से एनएच में वाहनों की कतार लग गई। सुबह करीब आठ बजे कड़ी मशक्कत के बाद सड़क से मलबा हटाया जा सका। इसके बाद यहां से वाहनों की आवाजाही सुचारू हो सकी। जाम में फंसने से कई यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
बरसात ने रोकी चारधाम यात्रा श्रद्धालुओं की रफ्तार, इस धाम में पहुंच रहे सबसे ज्यादा श्रद्धालु
बरसात के चलते चार धाम यात्रा में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की रफ्तार अब थम सी गई है। केदारनाथ धाम में ही अब साढ़े तीन हजार तक श्रद्धालु पहुंच रहे हैं, जबकि गंगोत्री और यमुनोत्री में तो श्रद्धालुओं की संख्या एक हजार से भी कम हो गई है।
यात्रा के पीक सीजन पर केदारनाथ धाम में प्रतिदिन 20 हजार से अधिक श्रद्धालू पहुंच रहे थे। अब ये संख्या साढ़े तीन हजार के करीब तक है। बदरीनाथ धाम में यात्रा सीजन के दौरान प्रतिदिन 18 हजार के करीब श्रद्धालु पहुंच रहे थे।
भूस्खलन के बाद गंगोत्री हाईवे बंद-फंसे यात्री, 12 घंटे बाद ट्रैफिक हुआ शुरू
उत्तरकाशी जिले में भारी बारिश के बीच गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग थिरांग (स्वारीगाड) के पास सुबह भूस्खलन होने के कारण आवाजाही के लिए ठप रहा। सोमवार को करीब 12 घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद हाईवे को यातायात के लिए खोल दिया गया है। मार्ग पर आवाजाही ठप होने से गंगोत्री जा रहे सैकड़ों कांवड़िए मार्ग के दोनों ओर घंटों तक जाम में फंसे रहे।
भूस्खलन से कालसी- चकराता सहित एक दर्जन मार्ग 10 से अधिक समय तक बंद
बारिश के बाद भूस्खलन से् जौनसार बावर के प्रमुख मोटर मार्ग कालसी-चकराता व अटाल मीनस मोटर मार्ग सहित जौनसार बावर के एक दर्जन मार्गों पर मलबा आने से मोटर मागोँ पर यातायात सेवा बाधित है। आये दिन मार्गों के बंद रहने से जौनसार बावर क्षेत्र के लोगों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं।
शनिवार की मध्य रात्री बारह बजे के बाद जौनसार बावर क्षेत्र की पहाडियों पर हो रहे भूस्खलन का मलबा आने से कालसी-चकराता, मीनस - अटाल, दारागाड -कथियान, सरनान-खबू- बूरास्टी, पुरोडी-रावना- डामटा, खबौ, बनियाना,खारसी, बायला,दमन -दसेऊ, भूट, सोडा-सरोल-अखंडवाली आदि मोटर मार्ग पर यातायात बंद है।
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