उत्तराखंड
हाईवे पर ट्रैफिक बाधित, बारिश के बाद तीर्थ यात्रियों की बढ़ीं मुसीबतें
Gulabi Jagat
3 July 2022 10:47 AM GMT
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तीर्थ यात्रियों की बढ़ीं मुसीबतें
Char Dham Yatra 2022: बारिश के बाद हाईवे पर ट्रैफिक बाधित होने से तीर्थ यात्रियों की परेशानियां भी बढ़ गईं हैं। पर यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग बड़कोट से आगे किसाला-खनेड़ा के पास चट्टान दरकने के कारण करीब साढ़े चार घंटे यातायात के लिए ठप रहा। इसके चलते यमुनोत्री धाम जाने वाले तीर्थयात्री और स्थानीय लोग मार्ग के दोनों ओर जाम में फंसे रहे।
उत्तरकाशी जिले में बीती शुक्रवार रात से रुक-रुककर रिमझिम बारिश का सिलसिला जारी है। बारिश के कारण शनिवार की सुबह यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग चट्टान दरकने के कारण किसाला के पास अवरुद्ध हो गया था। यहां सुबह करीब 7 बजे भारी मात्रा में मलबा आने से मार्ग बंद हुआ।
बंद की सूचना मिलने पर सुबह एनएच बड़कोट की मशीनरी मौके पर हाईवे को खोलने में जुट गई थी। दोपहर साढ़े 11 बजे तक करीब साढ़े चार घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद हाईवे पर यातायात चालू हुआ। हाईवे खुलने पर यमुनोत्री धाम जाने व दर्शन कर वापस लौटने वाले तीर्थयात्रियों ने राहत की सांस ली। हालांकि किसाला में बारिश के बीच भूस्खलन से मार्ग बंद होने की आशंका लगातार बनी है।
भूस्खलन को रोकने के लिए एनएच बड़कोट की ओर से यात्रा शुरू होने से पहले ठोस इंतजाम न किए जाने पर किसाला मुसीबत का सबब बनता जा रहा है। इधर, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि शनिवार को किसाला में भूस्खलन के कारण बंद यमुनोत्री हाईवे को करीब साढ़े चार घंटे बाद आवाजाही के लिए खोल दिया गया।
सिरोबगड़ में जोखिम के बीच होती रही आवाजाही
रुद्रप्रयाग। ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर सिरोबगड़ में शनिवार को भी करीब 4 घंटे आवाजाही बंद रही। पहाड़ी से हो रहे भूस्खलन के कारण पत्थर गिरते रहे। इससे वाहनों की आवाजाही रुकी रही। एनएच द्वारा काफी प्रयासों के बाद सुबह 10 बजे वाहनों की आवाजाही सुचारू की गई।
मानसूनी बारिश के चलते अब सिरोबगड़ लोगों के लिए मुश्किले पैदा करने लगा है। बीते दो दिन यहां वाहनों की आवाजाही बंद रही। शुक्रवार को देर सांय मार्ग खोला गया किंतु सुबह 6 बजे फिर से यहां पहाड़ी से पत्थर और मलबा आने के कारण हाईवे बंद हो गया। जिससे हाईवे के दोनों ओर वाहनों की लम्बी लाइन लग गई।
हालांकि सुबह सिरोबगड़ बंद होने की सूचना पर कई वाहनों ने खांकरा-छांतीखाल एवं खांकरा-खेड़ाखाल मोटर मार्ग से आवाजाही की किंतु कई वाहन जाम में फंसे रहे। लोक निर्माण खंड एनएच द्वारा यहां लगातार मशीनें तैनात की गई है, किंतु लगातार पत्थर गिरने से मलबा हटाने में मुश्किलें हो रही है।
सुबह 10 बजे यहां वाहनों की आवाजाही कराई गई। इधर, सिरोबगड़ में यात्री एवं स्थानीय वाहन जोखिमों के बीच आवाजाही कर रहे हैं। सांय होते ही यहां सफर करना खतरे से खाली नहीं है। कब पहाड़ी से पत्थर दुर्घटना को अंजाम दे इसका अंदाजा भी लगाना मुश्किल है।
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