कलेक्ट्रेट सभागार टिहरी गढ़वाल में विभिन्न रेखीय विभागों की समीक्षा बैठक ली
टिहरी: प्रदेश के सहकारिता, दुग्ध विकास, डेयरी, मत्स्य, सेवायोजन एवं कौशल विकास मंत्री श्री सौरभ बहुगुणा ने रविवार को देर सांय कलेक्ट्रेट सभागार टिहरी गढ़वाल में विभिन्न रेखीय विभागों की समीक्षा बैठक ली।
काबीना मंत्री श्री सौरभ बहुगुणा का जिलाधिकारी सौरभ गहरवार तथा सीडीओ मनीष कुमार द्वारा बैठक में स्वागत किया गया। इस अवसर पर विधायक टिहरी किशोर उपाध्याय, जिलाध्यक्ष भाजपा राजेश नौटियाल, प्रमुख जाखणीधार सुनीता देवी, बीस सूत्री के जिला उपाध्यक्ष दिनेश डोभाल सहित सभी रेखीय विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।
मा. मंत्री श्री सौरभ बहुगुणा द्वारा सहकारिता, दुग्ध विकास, डेयरी, मत्स्य, सेवायोजन विभाग के द्वारा किये जा रहे कार्याे की समीक्षा करते हुए सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। कहा कि विभाग द्वारा जिस भी योजना का शुभारम्भ एवं क्रियान्वयन किया जाता है, उसमें क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों को अवश्य शामिल किया जाय तथा योजना की पूूरी जानकारी भी जनप्रतिनिधयों को उपलब्ध कराई जाय, ताकि सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का प्रचार प्रसार अधिक से अधिक हो सके। मा. मंत्री जी द्वारा पशुपालन विभाग की समीक्षा के दौरान लम्पी रोग निवारण हेतु लगातार टीकाकरण करने, पशुओं के रोगग्रस्त होने पर तत्काल उसका निवारण करने, गोट बैली में 21 बकरी देने तथा बेरोजगार को प्राथमिकता पर रोजगार परक योजनाओं से जोड़ने के निर्देश दिये गये। वहीं सेवायोजन विभाग की समीक्षा के दौरान रोजगार मेला को बढ़ावा देने तथा रोजगार मेला लगाने वाली कम्पनी द्वारा कितने लोगों को रोजगार दिया गया, संबंधी डाटा तैयार करने तथा पिछले रोजगार मेलों में कितने स्थानीय लोगों को रोजगार मिला है, संबंधी आंकड़े उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये। साथ ही स्थानीय स्तर पर जनपद में कार्य कर रही सभी कम्पनियों को भी रोजगार मेला लगाने हेतु पत्र व्यवहार करने के निर्देश दिये गये।
मत्स्य पालन विभाग की समीक्षा के दौरान मा. मंत्री ने जनपद में मत्स्य पालन के क्षेत्र में उत्पादन तथा इनकम संबंधी डाटा उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। विभागीय अधिकारियों को गांव-गांव में गोष्ठी कर विभागीय योजनाओं का प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिये गये, ताकि सरकारी योजनाओं का लाभ आमजन को मिल सके। वहीं दुग्ध विभाग की समीक्षा के दौरान डेरी विभाग द्वारा 21 लाख रूपये की धनराशि का भुगतान लम्बित होने की बात कही, जिस पर मा. मंत्री जी द्वारा दूरभाष पर सम्बन्धित विभाग के उच्चाधिकारियों से वार्ता कर इसी माह धनराशि उपलब्ध कराने की बात कही। मा. मंत्री जी ने कहा कि ध्यान रहे किसी भी दुग्ध उत्पादनकर्ता का भुगतान अधिक दिनों तक लम्बित नही रहना चाहिए। किसानों की आय के मुख्य साधन में एक दुग्ध उत्पादन है और यदि उन्हें भुगतान समय पर नही मिलता तो किसान के मनोबल पर असर पड़ेगा। कहा कि किसी भी तरह की समस्या होने पर अवगत करायें ताकि समस्या का समय रहते निस्तारण किया जा सके। कहा कि वर्तमान सरकार ने दुग्ध में प्रति लीटर रू. 7 से रू. 10 की वृद्वि की है तथा भूसा क्रय हेतु 50 प्रतिशत की सब्सिडी दी है। बैठक में आईटीआई से किसी भी कार्मिक द्वारा प्रतिभाग न करने पर मंत्री जी द्वारा नाराजगी व्यक्त की गई।
बैठक में डीडीओ सुनील कुमार, सीवीओ आशुतोष जोशी, सहायक निदेशक मत्स्य गरीमा मिश्रा, जिला सेवायोजन अधिकारी विनायक श्रीवास्तव, सहायक निदेशक दुग्ध विभाग प्रेम लाल, सहायक निबन्धक सहकारिता सुभाष गहतोड़ी, विनोद रतूड़ी एवं विजय कठैत उपस्थित रहे।