उत्तराखंड

आज 17,764 श्रद्धालुओं ने किये दर्शन, यात्रियों की संख्या 23.60 लाख के पार

Gulabi Jagat
24 Jun 2022 4:36 PM GMT
आज 17,764 श्रद्धालुओं ने किये दर्शन, यात्रियों की संख्या 23.60 लाख के पार
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देहरादून: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 2022 (Chardham Yatra 2022) में श्रद्धालुओं की संख्या रिकॉर्ड तोड़ रही है. चारों धामों में श्रद्धालुओं की संख्या 23 लाख 60 हजार के पार पहुंच गई है. शुक्रवार शाम 4 बजे तक 23 लाख 67 हजार 887 श्रद्धालु चारों धामों के दर्शन कर चुके हैं. जबकि आज 17 हजार 764 तीर्थ यात्रियों ने चारों धामों के दर्शन किए. वहीं, अब तक चारों धामों में 191 यात्रियों की मौत हो चुकी है.
केदारनाथ और बदरीनाथ में यात्रियों की संख्या: केदारनाथ में 6 मई से अभी तक 7 लाख 89 हजार 273 तीर्थ यात्री दर्शन कर चुके हैं. शुक्रवार 24 मई को 5,315 तीर्थ यात्रियों ने बाबा केदार के दर्शन किए. बदरीनाथ धाम में 8 मई से अभी तक 8 लाख 39 हजार 539 तीर्थ यात्री बदरी विशाल के दर्शन कर चुके हैं. शुक्रवार शाम 4 बजे तक 6,205 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. ऐसे में बदरीनाथ और केदारनाथ पहुंचने वाले कुल तीर्थयात्रियों की संख्या 16,28,812 पहुंच गई है.
गंगोत्री और यमुनोत्री में यात्रियों की संख्या: गंगोत्री धाम में 3 मई यात्रा शुरू होने से अभी तक 4,16,583 और यमुनोत्री धाम में 3,22,492 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. शुक्रवार शाम 4 बजे तक गंगोत्री में 4,464 और यमुनोत्री में 1,780 तीर्थयात्रियों ने आशीर्वाद लिया. ऐसे में गंगोत्री और यमुनोत्री धाम पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या 7,39,075 हो गई है. वहीं, गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब में अभी तक 1,35,930 तीर्थयात्री मत्था टेक चुके हैं.
यात्रियों की संख्या 23.60 लाख के पार.
हर दिन टूट रहे रिकॉर्ड: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा अब हर दिन नया रिकॉर्ड बनाने की तरफ आगे बढ़ रही है. 2019 की तुलना में इस बार मात्र डेढ़ महीने में ही दो तिहाई तीर्थयात्री चारधामों में पहुंच चुके हैं. अबतक हेमकुंड साहिब को मिलाकर कुल 25 लाख 3 हजार 817 तीर्थयात्री दर्शन कर चुके हैं, जबकि 32 लाख से अधिक यात्रियों ने पंजीकरण कराया है. अब यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या भी सामान्य होने लगी है. पर्यटन विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2019 में सर्वाधिक 34.84 लाख यात्री चारधाम यात्रा पर आए थे, जो इससे पहले की यात्राओं की तुलना में रिकॉर्ड था. हालांकि, कोविड महामारी के कारण 2020 और 2021 में चारधाम यात्रा प्रभावित रही.
पहली बार शुरू हुई नई व्यवस्था: चारधामों में तीर्थयात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए पहली बार स्वास्थ्य विभाग ने यात्रा मार्गों पर 9 स्थानों पर हेल्थ स्क्रीनिंग शुरू की है. ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ठंड और ऑक्सीजन की कमी से स्वास्थ्य पर पड़ने पर विपरीत प्रभाव के लिए 30 डॉक्टरों को उपचार के लिए प्रशिक्षण दिया गया. इसके अलावा हृदय रोगियों के लिए 12 डाक्टरों को कॉर्डियोलॉजी ट्रेनिंग देकर तैनात किया गया है. 2019 की तुलना में 107 मेडिकल अफसर के मुकाबले इस बार 178 डॉक्टर यात्रा ड्यूटी में तैनात किए गए हैं. यात्रा के दौरान तीर्थयात्री बरतें सावधानी: केदारनाथ धाम की यात्रा काफी कठिन है. यहां खड़ी चढ़ाई चढ़कर पहुंचना पड़ता है. पहाड़ों में यात्रा करने वाले तीर्थ यात्रियों को खास ध्यान रखने की जरूरत है. पैदल चलते समय सांस लेने की दिक्कत होती है. हाई एल्टीट्यूड में आने पर ऑक्सीजन की प्रॉब्लम होने लगती है, ऐसे में हार्ट अटैक जैसी घटनाएं घट जाती है. तीर्थयात्रियों को पैदल यात्रा शुरू करने से पहले अपना स्वास्थ्य परीक्षण करवा लेने की हिदायत दी जा रही है. यात्रियों से हृदय रोगों के मरीजों को जोखिम न लेने की अपील की जा रही है. साथ ही उन्हें रुक-रुककर सफर करने को कहा जा रहा है.
चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी: चारधाम यात्रा में बढ़ते श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए अब बिना रजिस्ट्रेशन (Chardham registration 2022) के यात्रा पर जाने वाले यात्रियों को रोकने का आदेश जारी किया गया है. जिसके तहत अब यात्रा मार्गों पर बने चेक पोस्टों पर पुलिस यात्रियों का रजिस्ट्रेशन चेक कर रही है. वहीं, जिन्होंने रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है, उनको वापस भेजा जा रहा है. इस बेवसाइट https://registrationandtouristcare.uk.gov.in पर रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं.
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