घंटाघर क्षेत्र में बगैर जीपीएस चल रहे वाहनों के चालान होंगे
देहरादून: रोडवेज प्रबंधन ने गढ़वाल और कुमाऊं के लोकल रूटों के लिए अनुबंध पर बसें लेने के लिए जो टेंडर किया था, उसे रद्द कर दिया है। अब ऑनलाइन माध्यम से टेंडर करने की तैयारी चल रही है। दून से हरिद्वार, सहारनपुर, ऋषिकेश, रुड़की के लिए बसें नहीं मिल पाती है। यात्रियों को घंटों तक बस अड्डों पर इंतजार करना पड़ता है। यही हाल कुमाऊं मंडल में भी होता है। पहले टेंडर मैन्युअल किए थे अब विभाग ऑनलाइन टेंडर करेगा।घंटाघर-परेड ग्राउंड क्षेत्र में जीपीएस के बगैर चलने वाले वाहनों पर अब चालान की कार्रवाई होने जा रही है। इस मामले में संभागीय परिवहन विभाग ने सोमवार को यात्री वाहन संचालकों की बैठक बुलाई है।
आरटीओ (प्रवर्तन) शैलेश तिवारी ने बताया कि घंटाघर-परेड ग्राउंड क्षेत्र में चलने वाले बीस फीसदी वाहनों में पहले से ही जीपीएस लगे हुए हैं। ऑटो-विक्रम में जीपीएस नहीं है। ऑटोवाले भी जीपीएस लगाने को तैयार हैं, मगर वह कुछ समय मांग कर रहे हैं, जिस पर विचार किया जा रहा है। विक्रमवाले अभी तैयार नहीं हैं, उनको मनाया जा रहा है। पहले चरण में जिन वाहनों में जीपीएस नहीं थे, उनको नोटिस भेजे गए। अब सोमवार को सभी बस, टैक्सी, ऑटो, विक्रम, मैजिक संचालकों की बैठक बुलाई गई है। यदि इसके बाद भी कोई जीपीएस लगाने के लिए तैयार नहीं होते तो चालान की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।
आरटीओ ने कहा-आज की जरूरत है जीपीएस
आरटीओ (प्रशासन) सुनील शर्मा ने कहा कि घंटाघर-परेड ग्राउंड क्षेत्र में ट्रैफिक की निगरानी को जीपीएस जरूरी है। इसका फायदा न केवल विभाग को होगा, वाहन स्वामी और यात्रियों को होगा। इसलिए जीपीएस लगाने के आदेश का पालन करना ही होगा। यह आज की जरूरत है। मैन्युअल टेंडर किए गए थे, जो किन्हीं कारणवश रद्द करने पड़े हैं। अब ऑनलाइन माध्यम से टेंडर होंगे। जल्द ही अनुबंधित बसें बेड़े में शामिल हो जाएंगी। इससे लोकल रूटों पर बसों की किल्लत दूर हो जाएगी।