न्यूज़क्रेडिट: अमरउजाला
हरिद्वार के पथरी में अभिषेक हत्याकांड के तीनों आरोपी दोस्तों को पुलिस ने बृहस्पतिवार को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया। अभिषेक का शव दूसरे दिन भी गंगा से बरामद नहीं हुआ। एसडीआरएफ का सर्च ऑपरेशन देर शाम तक जारी रहा। पुलिस ने हत्याकांड में कई खुलासे किए हैं।
थानाध्यक्ष रविंद्र कुमार के मुताबिक मंगलवार शाम को शाहपुर गांव के तीन दोस्तों ने मिलकर अभिषेक (21) निवासी शाहपुर की हत्या कर उसका शव गंगा में फेंक दिया था। अभिषेक के भाई जगचरण सिंह ने गांव के शुभम, कृष्ण और रोहित के खिलाफ अपहरण और हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था।
पुलिस ने बुधवार को तीनों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। इसमें आरोपी कृष्ण ने बताया कि अभिषेक से उसका पहले से विवाद चल रहा था। अभिषेक ने पुलिस मुखबिरी कर गांव में उसकी शराब पकड़वाई। उसकी बहन को भी धमकाया था।
पुलिस के मुताबिक दूसरे आरोपी रोहित ने बताया कि अभिषेक से कुछ दिनों पहले उसका झगड़ा हुआ था। अभिषेक ने उसे चाकू भी दिखाया था। रोहित और कृष्ण ने बताया कि तीसरा आरोपी शुभम उनका खास दोस्त है।
तीनों ने मिलकर अभिषेक को ठिकाने लगाने की योजना बनाई। अभिषेक को इसकी भनक तक नहीं लगने दी। तीनों अभिषेक के साथ गांव में उठते बैठते थे। अक्सर गंगा किनारे शराब पीने जाते थे। मंगलवार शाम भी अभिषेक को बुलवाकर शराब पिलाने के लिए ले गए थे।
कृष्ण ने अभिषेक के सिर पर डंडा मारा। शुभम ने अभिषेक की गर्दन में चाकू से दो बार किए गए। जिससे वह वहीं गिर गया और उसकी मौत हो गई। तीनों आरोपियों ने मिलकर अभिषेक का शव गंगा में फेंक दिया। थाना प्रभारी रविंद्र कुमार ने बताया कि आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेजा गया है।
आरोपी कृष्ण ने रोहित और शुभम को शराब की बोतल दी और कहा कि अभिषेक को लेकर गंगा किनारे चले जाएं। वह कुछ देर बाद वहां आ जाएगा। अभिषेक को लेकर आरोपी शुभम और रोहित गंगा किनारे पहुंच गए। अभिषेक के साथ दोनों ने शराब पी। कुछ देर बाद आरोपी कृष्ण भी वहां पहुंच गया। इसके बाद घटना को अंजाम दिया गया।
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