उत्तराखंड

एआरटीओ कार्यालय में हवन यज्ञ के बाद ग्रीन कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू की गई

Admindelhi1
5 April 2024 8:42 AM GMT
एआरटीओ कार्यालय में हवन यज्ञ के बाद ग्रीन कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू की गई
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भक्तों के लिए ऋषिकेश में ग्रीन कार्ड बनाने का शुरू हुआ काम

उत्तराखंड: चारधाम यात्रा के लिए ग्रीन कार्ड बनाने का काम शुरू हो गया है। एआरटीओ कार्यालय में हवन यज्ञ के बाद ग्रीन कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू की गई। पहले ही दिन सर्वर ने धोखा दे दिया, जिसके कारण केवल एक ग्रीन कार्ड दिया गया। शुक्रवार को सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक ग्रीन कार्ड जारी किए जाएंगे।

एआरटीओ कार्यालय पर सुबह 11 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक हवन यज्ञ किया गया। जिसमें एआरटीओ कार्यालय के सभी कर्मचारियों ने आहुति दी। जिसके बाद ग्रीन कार्ड के लिए आए 15 वाहनों की फिटनेस की जांच की गई। दोपहर एक बजे के बाद ग्रीन कार्ड जारी किए गए। केवल एक वाहन (संख्या यूके 14पीए- 4969) को ग्रीन कार्ड दिया गया। परिवहन विभाग की ओर से एआरटीओ कार्यालय भवन में काउंटर नंबर आठ को ग्रीन कार्ड के लिए आरक्षित किया गया है। शुक्रवार को वाहनों की फिटनेस के बाद ग्रीन कार्ड जारी किए जा सकेंगे।

एआरटीओ (प्रशासन)ऋषिकेश अरविंद पांडे ने बताया कि चारधाम यात्रा के लिए ग्रीन कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। पहले दिन हवन-पूजन के बाद ग्रीन कार्ड दिया गया। ग्रीन कार्ड के लिए आठ काउंटर आरक्षित हैं। इसी काउंटर से ग्रीन कार्ड जारी किया जाएगा।

ग्रीन कार्ड कैसे बनाये

ग्रीन कार्ड बनाने के लिए 650 रुपये (बड़े वाहन) और 450 रुपये (छोटे वाहन) का शुल्क सीएससी केंद्र या एआरटीओ कार्यालय पर ऑनलाइन कटवाना होगा। वाहन के पास तकनीकी निरीक्षक द्वारा जारी परमिट, बीमा, प्रदूषण और फिटनेस प्रमाण पत्र होना चाहिए। वाहन में जीपीएस सिस्टम लगा होना चाहिए। वाहन में कूड़ेदान, उल्टी बैग और लकड़ी के ब्लॉक रखना आवश्यक है। इसके बाद काउंटर नंबर आठ पर संबंधित दस्तावेज दिखाने के बाद ग्रीन कार्ड जारी कर दिया जाएगा।

दलालों के चक्कर में न पड़ें

ग्रीन कार्ड बनाने के लिए व्यक्तिगत रूप से एआरटीओ कार्यालय जाएँ। यदि किसी प्रकार की सहायता की आवश्यकता होगी तो विभागीय कर्मचारी आपकी सहायता करेंगे। एआरटीओ प्रशासन अरविंद पांडे ने कहा कि किसी भी दलाल के चक्कर में न पड़ें। यदि कोई दलाल निर्धारित शुल्क से अधिक वसूलता है तो इसकी सूचना एआरटीओ कार्यालय को दें।

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