सिंचाई विभाग को स्थानांतरित होगी जमरानी बांध के विस्थापितों की जमीन
हल्द्वानी: जमरानी बांध के विस्थापितों को किच्छा के प्राग फार्म में बसाने के लिए जमीन प्रस्तावित की गई थी। अब इसको लेकर विभाग ने कागजी तैयारियां शुरू कर दी है। विभाग इस जमीन को राजस्व से सिंचाई विभाग के खाते में भेज रहा है। जिसके बाद ही ग्रामीणों को इस जमीन पर मालिकाना हक दिया जाएगा। जमरानी परियोजना के अधिकारियों ने बातया कि बांध से जुड़ी कई प्रक्रिया वर्तमान में शासन स्तर पर चल रही है। जिसमें प्राग फार्म की 320 एकड़ जमीन सिंचाई के नाम करने का प्रस्ताव भी शामिल है। बांध के डूब क्षेत्र में आने वाले छह गांव के 1323 परिवार जमीन लेने वालों की सूची में शामिल होंगे। हालांकि, संख्या में बढ़ोतरी होने की पूरी संभावना है। कई लोगों ने भूमि अध्यापी की धारा 11 लागू होने से पहले परिवार में जमीन बंटवारा किया था।
पूर्व में हुए सर्वे के दौरान विस्थापित परिवारों की संख्या 1323 थी। विस्थापित श्रेणी में आ रहे लोगों को पूर्व में ऊधमसिंह नगर में कई जगहों पर जमीन दिखाई गई थी। जिसके बाद ग्रामीणो ने किच्छा के प्राग फार्म की जमीन को पसंद किया। यहां 320 एकड़ जमीन पर सभी मूलभूत सुविधाओं को विकसित कर विस्थापन किया जाना है। प्रशांत बिश्नोई, जीएम जमरानी परियोजना ने बताया कि प्राग फार्म की 320 एकड़ भूमि पहले सिंचाई विभाग के नाम पर दर्ज होगी। उसके बाद ग्रामीणों को इस पर हक मिलेगा। शासन स्तर पर यह प्रक्रिया गतिमान है। जल्द निर्णय की संभावना है।