हरिद्वार न्यूज़: पंच दशनाम आह्वान अखाड़े के नवनियुक्त आचार्य महामंडलेश्वर अरुण गिरी ने अखाड़ा, संत समाज और श्रद्धालुओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा है कि अखाड़े के पदाधिकारियों और संत समाज ने उन्हें एक बड़ी जिम्मेदारी सौंपी हैं. अखाडा परंपरा का पालन करते हुए जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा से निभाते हुए संत परंपराओं को मजबूत करेंगे.
आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अरुण गिरी ने कहा कि सनातन धर्म संस्कृति के संरक्षण संवर्द्धन में अखाड़ों की अहम भूमिका है. शंकराचार्य द्वारा गठित अखाड़े अनादि काल से धर्म रक्षा में योगदान कर रहे हैं. पंच दशनाम आह्वान अखाड़े की समृद्ध परंपराओं और विरासत को आगे बढ़ाते हुए अखाड़े की उन्नति में योगदान करेंगे. प्रयागराज में वर्ष 2025 में होने वाले महाकुंभ के संबंध में अखाड़े के पदाधिकारियों और संतों से विचार कर तैयारी जल्द शुरू कर दी जाएगी. संतों की सेवा और धर्म संस्कृति के प्रचार प्रसार में योगदान ही जीवन का प्रमुख उद्देश्य है.
मुख्य मार्गों पर भव्य प्रवेश द्वार बनाएं:
आनंद पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी बालकानंद गिरी ने कहा कि आधुनिक युग में भारत विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर है. अनादि काल से हमारी सभ्यता और परंपराएं समस्त संसार का मार्गदर्शन करती चली आ रही है.
भूपतवाला स्थित हरिधाम सनातन सेवा ट्रस्ट आश्रम में श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए गिरी ने कहा कि संत-महापुरुषों के जप तप से भारत का पूरे विश्व में एक अलग स्थान है. हमारी संस्कृति और परंपराएं ही भारत को विश्व भर में महान बनाती हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत नित नए आयाम रच रहा है. उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मांग की है कि उत्तराखंड आने वाले मार्गों पर भव्य प्रवेश द्वार बनाए जाएं