उत्तराखंड
हाईवे पर डेंजर जोन के कहर बरपाने का इतिहास पुराना, Badrinath आ रहे यात्री जरा संभलकर करें यात्रा
Gulabi Jagat
22 Jun 2022 8:01 AM GMT
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उत्तराखंड न्यूज
गोपेश्वर : Chardham Yatra 2022 : बदरीनाथ हाईवे पर डेंजर जोन के कहर बरपाने का इतिहास पुराना है। मानसून के दौरान जगह-जगह भूस्खलन से हाईवे बाधित होता रहा है। वर्तमान में बदरीनाथ हाईवे का आलवेदर रोड प्रोजेक्ट के तहत चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है। इसके चलते नए भूस्खलन जोन उभरकर भी हाईवे की राह का रोड़ा बन रहे हैं। बता दें कि इन दिनों चारधाम यात्रा चल रही है। राज्य में प्री मानसून बारिश को दौर जारी है। बरसात में यह डेंजर जोन बेहद खतरनाक हो जाते हैं।
डेंजर जोन में स्थायी ट्रीटमेंट में अभी लग सकता है समय
बदरीनाथ हाईवे पर चौड़ीकरण के दौरान उभरे डेंजर जोन मानसून सीजन में भूस्खलन का सबब बन सकते हैं। इसके मद्देनजर प्रशासन व एनएच अभी से तैयारियों में जुट गया है। पिछले साल भी इन स्थानों में मानसून के दौरान बार-बार भूस्खलन से हाईवे बाधित हुआ। हाईवे का कार्य देख रही एनएचडीसीएल व बीआरओ ने इन स्थानों पर सड़क की मरम्मत तो कर दी परंतु पहाड़ी से हो रहे भू-धंसाव की सिर्फ कार्ययोजना ही बन पाई है। इन डेंजर जोन में स्थायी ट्रीटमेंट को लेकर अभी समय लग सकता है।
ऐसे में प्रशासन मानसून के दौरान होने वाली दिक्कतों से निपटने के लिए रणनीति बना रहा है। इसके लिए डेंजर जोन के आपपास के गांवों में विद्यालयों, सरकारी भवनों, होटलों, धर्मशालाओं की सूची बनाकर हाईवे बाधित होने की स्थिति में यात्रियों को ठहराए जाने की रणनीति है। प्रशासन ने भूस्खलन जोन में अतिरिक्त मजदूरों के साथ जेसीबी मशीन भी तैनात करने की रणनीति है।
बदरीनाथ हाईवे पर यह हैं डेंजर जोन
कमेड़ा गौचर, कर्णप्रयाग बाबा आश्रम के पास, नंदप्रयाग हिलेरी प्वाइंट के पास, चमोली चाड़ा, क्षेत्रपाल, भनारपानी, हाथी पहाड़, विष्णुप्रयाग के पास व रडांग बैंड, गोविंदघाट, लामबगड़, हेलंग, पातालगंगा , बिरही, परथाडीप नंदप्रयाग, मैठाणा।
पुलिस रहेगी मुस्तैद
मानसून के दौरान हाईवे पर होने वाली परेशानी से निपटने के लिए पुलिस ने जवानों को वायरलेस सेट के साथ डेंजर जोन पर तैनात किया जाएगा। हाईवे बंद होने के दौरान आसपास के मुख्य पड़ावों में ट्रैफिक रोका जाएगा। पुलिस कंट्रोल रूम में हाईवे बाधित होने के दौरान तत्काल संबंधित एनएचडीसीएल व बीआरओ के अधिकारी के साथ जेसीबी ड्राइवर को संपर्क कर हाईवे खोलने के लिए कार्य होगा।
डेंजर जोन हाईवे पर 30 से अधिक जेसीबी मशीने तैनात की गई हैं। जरूरत पडऩे पर मशीनें बढ़ाई भी जा सकती हैं। डेंजर जोन में एनडीआरएफ की एक व एसडीआरएफ की छह टीमें मदद के लिए तैयार रहेगी। इसके अलावा आपदा बचाव से संबधित उपकरणों के साथ थानों में पुलिस टीम भी सतर्क रहेंगी।
- नंद किशोर जोशी आपदा प्रबंधन अधिकारी चमोली
पुलिस ने अपना कंट्रोल रूम को मानसून के दौरान ज्यादा संवेदनशील बनाया जा रहा है। हाईवे बाधित होने की स्थिति में पुलिस मौके पर पहुंचकर हाईवे खोलने के कार्य पर नजर रखेगी। कंट्रोल रूम में जेसीबी चालक सहित संबधित इंजीनियर , अधिकारियों का नंबर भी मौजूद रहेगा। यात्रियों को भी दिक्कतें न हो इसके लिए डेंजर जोन में पुलिस की देखरेख में सुरक्षित यातायात सुचारू कराया जाएगा।
- श्वेता चौबे, पुलिस अधीक्षक चमोली
हाईवे पर मानसून के दौरान उभरने वाले डेंजर जोन को लेकर प्रशासन के साथ बैठक में रणनीति तय की जा चुकी है। चिह्नित स्थानों में मशीनें व मजदूरों की संख्या बढ़ाई गई है। इसके अलावा अन्य स्थानों में भी हाईवे बाधित होने पर पर्याप्त जेसीबी मशीन व मजदूर तैनात रहेंगे। हाईवे बाधित होने की दशा में भूस्खलन का मलबा दोनों ओर से मशीनों से साफ किया जाएगा। इस बार अधिकतर जगहों पर पहाड़ों में दीवार लगाकर भूस्खलन रोकने के प्रयास हुए हैं ।
- संदीप कार्की , जीएम राष्ट्रीय राजमार्ग इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कंपनी लिमिटेड एनएचआइडीसीएल
यात्रियों के लिए सुझाव
- वर्षा के दौरान यात्रा न करें, अगर आवश्यक हो तो भूस्खलन जोन में ध्यान से यात्रा करें।
- पुलिस प्रशासन व एनएच की ओर से लगाए बोर्डों के संकेत को नजर अंदाज न करें।
- हाईवे बाधित होने की स्थिति में आसपास के सुरक्षित स्थान या गांवों में शरण लें।
-भूस्खलन जोन या फिर नालों में पार करते हुए जल्दबाजी न करें। लामबगड़ नाले को देख कर पार करें, क्षेत्रपाल, लामबगड़, हाथी पहाड़ के पास अतिरिक्त सावधानी बरतें। इन स्थानों पर पहाड़ी से पत्थर गिरने के कारण दुर्घटना भी हो सकती है।
- बारिश के दौरान पुलिस चेकपोस्टों पर आगे के मार्ग की स्थिति की जानकारी लेते रहें।
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