पिता को खाना खिलाने पर बेटी ने घर में रखा जहर गटक लिया। उसे गंभीर अवस्था में उपचार के लिए एसटीएच लाया गया। जहां दो दिन चले उपचार के बाद युवती ने दम तोड़ दिया। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
वार्ड तीन चंदननगर दिनेशपुर ऊधमसिंहनगर निवासी नील कमल हलदार गैस सिलेंडर सप्लाई का काम करता है, जबकि पत्नी कविता मजदूरी का काम करती है। घर में नील की मां रंजीता, बच्चे निकिता (18), नितीश (13) व नमिता (4) है। जबकि बड़ी बेटी की शादी हो चुकी है। बताया जाता है कि बीती 28 सितंबर को बड़ी बेटी अपने पति के साथ घर आई थी।
दोपहर मजदूरी करने के बाद पिता नील कमल भी घर पहुंचे और सभी को निकिता ने खाना खिलाया। जिसके बाद सभी चले गए और घर में मौजूद नील की मां रंजीता भी टहलने चली गईं।
शाम करीब साढ़े सात बजे जब वह घर पहुंची तो निकिता तड़प रही थी और उसके मुंह से झाग निकल रहा था। आनन-फानन में उसे एसटीएच लाया गया, जहां उपचार के दौरान गुरुवार को उसकी मौत हो गई। नील का कहना है कि उसे खुद समझ नहीं आ रहा कि निकिता ऐसा क्यों किया। वह सातवीं की छात्रा थी। नील ने कुछ दिन पहले घास मारने की दवा लाकर रखी थी, जिसमें आधी दवा बची थी और उसी को निकिता ने गटक लिया।
न्यूज़ क्रेडिट: amritvichar