![काठगोदाम पुल की हालत जर्जर, पिलर में आया गैप काठगोदाम पुल की हालत जर्जर, पिलर में आया गैप](https://jantaserishta.com/h-upload/2023/05/10/2867635-untitled-design-1.webp)
हल्द्वानी: काठगोदाम पुल जर्जर अवस्था में पहुंच चुका है। पुल के ऊपरी तरफ रेलिंग के पास बनी दीवार से सरिया बाहर निकल आईं हैं। पुल के पिलर के निचले हिस्से में पानी के कटाव के चलते दरार आ चुकी हैं। पुल की मरम्मत न होने से दिन-प्रतिदिन इसकी हालत खराब हो रही है। स्थानीय लोगों के मुताबिक, जल्द ही पुल की मरम्मत न होने पर कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
गौलापार से आने-जाने के लिए 2 पुलों का निर्माण कराया गया था। काठगोदाम पुल का निर्माण 1975 में उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम ने कराया था। इस पुल से लोग गौलापार समेत कई इलाकों के आवागमन करते हैं। हेड़ाखान, रौशेला, पदमपुरी, धानाचूली, पतलोट समेत कई स्थानों से लोग हल्द्वानी-नैनीताल से जुड़ने के लिए इस पुल का प्रयोग करते हैं।
वर्तमान में पुल खस्ताहाल हो चुका है। इसके बीच के पिलर पर नदी के बहाव का सबसे अधिक प्रभाव रहता है। पिलर की सुरक्षा के लिए इसके चारों ओर एप्रेन का निर्माण किया गया है। लेकिन पानी के कटाव से इस पिलर के निचले हिस्से में गैप आ गया है, वहीं पुल के ऊपर बने दोनों सिरे की तरफ रेलिंग से लगती दीवार बनी है। इसकी सरिया भी बाहर निकल आई हैं। रेलिंग भी जर्जर हालत में है। लंबे समय से पुल की मरम्मत नहीं होने से पुल जर्जर होता जा रहा है। पुल की क्षमता धीरे-धीरे जवाब दे रही है।
एनएचएआई के पास है पुल के रखरखाव की जिम्मेदारी: 2022 में लोक निर्माण ने पुल की देखरेख का काम एनचआई को सौंप दिया। जिसके बाद से पुल के मरम्मत एवं रखरखाव की जिम्मेदारी एनचआई के पास आ गई थी। वहीं, एनचआई ने पुल की मरम्मत के लिए हरियाणा की एक कंपनी को कार्य का दायित्व सौंपा है।
काठगोदाम पुल लोगों की आवाजाही के लिए काफी महत्वपूर्ण है। मौजूदा समय में पुल खस्ताहाल हालत में पहुंच चुका है। काफी समय से पुल का मरम्मत नहीं होने से पुल जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो रहा है। -विक्रम सिंह, काठगोदाम
गौलापार निवासी हरि सिंह योगी ने बताया कि गौलापार क्षेत्र की अधिकांश आबादी काठगोदाम पुल का उपयोग करती है। देखभाल नहीं होने से आज ये पुल बदहाल अवस्था में पहुंच चुका है। बारिश के सीजन में गौला का जल स्तर काफी बढ़ जाता है। जिससे पुल के क्षतिग्रस्त होने का खतरा बना रहता है।
एनएचएआई की तकनीकी प्रबंधक मीनू ने बताया कि पुल की मरम्मत के लिए कंस्ट्रक्शन कंपनी को जिम्मेदारी दी गई है। इसके लिए विभागीय स्तर पर कागजी कार्रवाई पूरी की जा रही है। आने वाले दिनों में पुल की मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।