हल्द्वानी: आईजी की उम्मीदों पर खरा न उतर पाने वाले थानेदारों की कुर्सी जल्द छिन सकती है। माना जा रहा है कि गणतंत्र दिवस के बाद कुमाऊं के कुछ थानों और कोतवाली में नए थानेदार और कोतवाल नजर आएंगे। थानों के लिए काबिल थानेदारों की तलाश भी शुरू कर दी गई है।
आईजी डॉ.नीलेश आनंद भरणे पूर्व में ही स्पष्ट कर चुके हैं कि अच्छा काम करने वालों को मनमाफिक पोस्टिंग मिलेगी और जो काम नहीं करेंगे उनका तबादला पहाड़ी जिलों में कर दिया जाएगा। इसी के साथ आईजी ने थानेदार से लेकर पुलिस के अंतिम कर्मचारी कांस्टेबल तक को टास्क दिया था। जिसके तहत बीते शुक्रवार को आईजी डॉ.नीलेश आनंद भरणे ने कुमाऊं के सभी थानेदारों की समीक्षा की थी। उसी दिन कयास लगा लिए गए थे कि निचले पायदान पर आने वाले थानेदारों की कुर्सी छिनना तय है और अब यह खबर और पुख्ता हो रही है। माना जा रहा है कि गणतंत्र दिवस के बाद कुमाऊं के चार थानेदारों की छुट्टी कर दी जाएगी।
आईजी की समीक्षा में ये थाने आए थे निचले पायदान पर: कुमाऊं के थानों के मूल्यांकन में मैदानी क्षेत्र 25 थानों में से प्रथम पांच थाने आईटीआई, जसपुर, केलाखेड़ा, किच्छा व कुण्डा थे। जबकि अन्तिम पांच ट्राजिंट कैम्प, काठगोदाम, बाजपुर, रामनगर और मुखानी थे। इसी तरह पर्वतीय क्षेत्र के 46 थानों में रैकिंग के आधार पर प्रथम पांच थाने पिथौरागढ, लमगड़ा, दन्या, रीठा व महिला थाना थे। जबकि अन्तिम पांच में पंचेश्वर, लोहाघाट, गंगोलीहाट, तामली व भवाली थाने थे।