
न्यूज़ क्रेडिट: अमरउजाला
सचिवालय रक्षक भर्ती में हुई धांधली मामले में RIMS कंपनी के एक कर्मचारी को गिरफ्तार किया गया है। उसने पेन ड्राइव के माध्यम से प्रश्न पत्र चुराए थे। और अन्य साथियों की मदद से परीक्षार्थियों को लाखों रुपये में बेचे। जो छात्र सचिवालय रक्षक परीक्षा में अनुचित साधन से उत्तीर्ण हुए है उन्हें भी चिन्हित कर लिया गया है।
स्पेशल टास्क फोर्स ने जहां शनिवार को UKSSSC पेपर लीक मामले में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की। वहीं सचिवालय रक्षक भर्ती में हुई धांधली में भी पहली गिरफ्तारी हुई। UKSSSC पेपर लीक मामले में आरएमएस कंपनी लखनऊ के मालिक राजेश चौहान को एसटीएफ उत्तराखंड ने पेपर लीक करने और केंद्रपाल व अन्य के माध्यम से सौदा करने के साक्ष्य के आधार पर गिरफ्तार कर लिया है। वहीं सचिवालय रक्षक भर्ती में हुई धांधली में भी दागी कंपनी का कर्मचारी गिरफ्तार किया गया है।
सचिवालय रक्षक भर्ती मामले में थाना रायपुर में एसटीएफ द्वारा मुकदमा दर्ज कराया था। एसटीएफ की टेक्निकल टीम द्वारा आयोग में गहन जांच के बाद इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस को पाने में सफलता प्राप्त हुई। उपरोक्त मामले में अभियुक्त प्रदीप पाल निवासी बाराबंकी उत्तर प्रदेश को साक्ष्य व गहन पूछताछ के बाद एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर दिया गया है।
उपरोक्त अभियुक्त भी आरएमएस कंपनी का कर्मचारी था और आयोग में लंबे समय से कार्यरत था। जिसके द्वारा ही पेन ड्राइव के माध्यम से प्रश्न पत्र चुराया गया और अन्य साथियों की मदद से परीक्षार्थियों को लाखों रुपये में बेचा गया था। एसटीएफ की ओर से अपील की गई है, जो छात्र सचिवालय रक्षक परीक्षा में अनुचित साधन से उत्तीर्ण हुए है उनको चिन्हित कर लिया गया है। अपने बयान खुद आकर दर्ज कराने पर विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी।