उत्तराखंड

Tehri: 24 घंटे बीतने के बाद भी नहीं उठाया किशोरी का शव, वन विभाग पर लगाए आरोप

Tara Tandi
20 Oct 2024 1:15 PM GMT
Tehri: 24 घंटे बीतने के बाद भी नहीं उठाया किशोरी का शव, वन विभाग पर लगाए आरोप
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Tehri टिहरी : भिलंगना ब्लॉक के हिंदाव पट्टी में आदमखोर गुलदार की दहशत कम होने का नाम नही ले रही है. गुलदार अभी तक हिंदाव पट्टी के अलग-अलग गांव में तीन मासूमों को निवाला बना चुका है. लेकिन वन विभाग और प्रशासन लापरवाह बना हुआ है. गुस्साए परिजनों ने अभी तक किशोरी के शव को जंगल से नहीं उठाया है.
गुस्साए परिजनों ने नहीं उठाया किशोरी का शव
बता दें भिलंगना ब्लॉक के हिंदाव पट्टी के महेर गांव में बीते शनिवार को आदमखोर गुलदार ने 13 साल की बच्ची को अपना निवाला बना दिया था. घटना के बाद से क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ है. ग्रामीणों ने वन विभाग और शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर आक्रोश व्यक्त किया. किशोरी के परिजनों ने अभी तक मौके से शव नहीं उठाया है. ग्रामीणों ने मांग की है कि जब तक आदमखोर गुलदार को वन विभाग मार नहीं देता और पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा नहीं दिया जाता तब तक शव को नहीं उठाया जाएगा.
अभी तक गुलदार तीन मासूमों को बना चुका है शिकार
ग्रामीणों ने कहा क्षेत्र में आदमखोर गुलदार की ये तीसरी घटना है. इससे पहले 30 सितंबर को पूर्वाल गांव में गुलदार में तीन साल के बच्चे को अपना निवाला बनाया था. जबकि जुलाई में भौंड़ गांव में गुलदार ने साल की बच्ची को मौत के घाट उतारा था. एक के बाद एक घटना के बाद भी वन विभाग गांव में सिर्फ शिकारी दल तैनात कर खाना पूर्ति कर रहा है. यही वजह है की गुलदार ने एक और बच्ची को अपना शिकार बना दिया. वहीं प्रशासन ने दहशत के माहौल को देखते हुए वन विभाग और पुलिस की टीमें क्षेत्र में तैनात कर दी है.
स्कूलों में किया अवकाश घोषित
बता दें गांव में वन विभाग के 22 कर्मी तैनात किए गए हैं. वहीं आदमखोर गुलदार की लोकेशन ट्रेस करने के लिए 20 ट्रैप कैमरे लगाए गए हैं और 6 टीमें बनाई गई है. इसके साथ ही महर गांव में ड्रोन से भी आदमखोर गुलदार की निगरानी रखी जा रही है. जबकि गांव में पुलिस की दो टीमें तैनात की गई है. गुलदार की दहशत से एतिहातन के तौर पर शिक्षा विभाग ने पूर्वाल गांव, भौंड गांव, महर गांव में प्राथमिक विद्यालयों में तीन दिन का अवकाश घोषित किया है. इसके साथ ही ग्रामीण गुलदार की दहशत के चलते सूर्यास्त से पहले अपने घरों में कैद हो रहे हैं.
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