प्रदेश में भारी बारिश का कहर देखने को मिल रहा है। बीते दिनों हुई बारिश के कारण तवाघाट-लिपुलेख मार्ग बंद हो गया था। जो सात दिन बाद भी नहीं खुल पाया है। सड़क के बंद होने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
सात दिन बाद भी नहीं खुल पाया तवाघाट-लिपुलेख मार्ग
एक हफ्ते पहले हुई बारिश के बाद बोल्डर और मलबा आने के कारण चीन सीमा को जोड़ने वाला तवाघाट-लिपुलेख मार्ग बंद हो गया था। सात दिन बाद भी सड़क नहीं खुल पाई है।
सड़क के बंद होने के कारण उच्च हिमालयी क्षेत्र में जाने वाले ग्रामीणों के साथ ही सुरक्षा एजेंसी के कार्मिकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। व्यास, चौंदास और दारमा घाटी के लोगों को पैदल ही सफर तय करना पड़ रहा है।
आठ जुलाई को भू-स्खलन के कारण बंद हो गया था मार्ग
तवाघाट-लिपुलेख मार्ग आठ जुलाई को लामारी और अन्य जगहाें पर भू-स्खलन होने के कारण बंद हो गया था।जिसके बाद से अब तक सड़क को आवागमन के लिए खोला नहीं जा सका है। इसके कारण ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
बता दें कि बलुवाकोट से तवाघाट रोड पर नया बस्ती, दोबाट, एलागाड़ पर कई स्थानों पर मलबा आने के कारण सड़क बंद है। कई सड़क बंद होने के कारण पिथौरागढ़ आने-जाने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
सड़क को खोलने में लग सकते हैं चार दिन
चीन सीमा से जोड़ने वाली तवाघाट-लिपुलेख सड़क को खोलने में अभी चार दिन का समय लग सकता है। चार दिन तक सड़क बंद होने से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। इसके साथ ही मौसम खराब होने से सड़क को खोलने के काम में और देरी हो सकती है।