क्राइम न्यूज़: धारी उल्गौर रुपसिंह धूरा मोटर मार्ग पर स्थित ताड़ीखेत क्षेत्र चरस के काले कारोबार का गढ़ बनता जा रहा है। खेतों में खुलेआम चरस तैयार की जा रही है। लोगों की नसों में जहर घोलने वाले तस्कर बैखोफ होकर काले कारोबार को अंजाम दे रहे हैं। आलम यह है की बकायदा श्रमिक लगाकर भी चरस तैयार की जा रही है। कई लोगों ने मामले पर कार्रवाई किए जाने की मांग उठाई है।
चरस तस्कर ताड़ीखेत क्षेत्र में बैखोफ हो चुके हैं। खेतों में खुलेआम चरस तैयार की जा रही है। बकायदा कुछ जगह श्रमिकों को भी चरस तैयार करने को लगाए जाने की भी चर्चा है। सूत्रों के अनुसार गांव से तैयार चरस को माफिया औने पौने दामों में खरीद रहे हैं जिसे बाद में ऊंचे दामों पर बाहरी क्षेत्र को भेज दिया जाता है। चरस तस्करी की चर्चा क्षेत्र में भी जोरों पर है। भांग की खेती के बाद इन दोनों चरस तैयार करने का काला कारोबार जोर पकड़ गया है। लोगों ने लगातार फल फूल रहे चरस को कारोबार पर सख्ती से अंकुश लगाए जाने की मांग उठाई है।