टनकपुर से देहरादून के बीच जल्द ही जनशताब्दी रेल सेवा शुरू होगी। केंद्रीय रेल, संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात के दौरान इस पर सहमति दी है। शनिवार को सीएम धामी ने दिल्ली में केंद्रीय मंत्री वैष्णव से भेंट की।
मुख्यमंत्री ने उनके समक्ष राज्य के कई लंबित मसले रखे। धामी ने कहा कि मौजूदा समय में कुमाऊं और गढ़वाल को जोड़ने के लिए देहरादून-काठगोदाम के मध्य चलने वाली एक मात्र रेल सेवा है। नेपाल बोर्डर होने के कारण वहां के लिए लोगों का आवागमन टनकपुर से ही होता है।
इसलिए कुमाऊं-गढवाल कनेक्टिविटी को और मजबूत करने के लिए टनकपुर-देहरादून मार्ग पर एक जनशताब्दी संचालित किया जाना जनहित में जरूरी है। उन्होंने टनकपुर बागेश्वर रेल लाइन को नेरोगेज के स्थान पर ब्रोडगेज बनाए जाने, हरिद्वार- देहरादून रेल लाइन को डबल लेन बनाने, हर्रावाला रेलवे स्टेशन के आधुनिकीकरण, ऋषिकेश -उत्तरकाशी रेल लाइन तथा किच्छा - खटीमा रेल लाइन के निर्माण का भी आग्रह किया।
रेल मंत्री वैष्णव ने इस भी मुद्दों पर अपनी सहमति दी है। मुख्यमंत्री ने टनकपुर से दिल्ली के मध्य चलने वाली पूर्णागिरी जन शताब्दी की यात्रा अवधि को कम करते हुए पांच से छह घंटों में यात्रा पूर्ण कराने का भी अनुरोध किया। उन्होंने रूड़की-देवबंद रेल परियोजना के लागत का 50 प्रतिशत हिस्से 296.67 करोड़ रेलवे को भुगतान किया जा चुका है। उन्होंने शेष भुगतान से राज्य को छूट दिलाने की मांग की।