न्यूज़ क्रेडिट:अमरउजाला
देहरादून घंटाघर के पास चाट वाली गली में दो लोगों ने अपनी बातों में फंसाकर उन्हें अपना शिकार बनाते हैं। सीसीटीवी फुटैज के आधार पर चार संदिग्धों को ट्रेस किया गया। उनके वाहन पंजीकरण की जानकारी व स्वामी की डिटेल पाकर मोबाइल नंबर लिए गए।
पुलिस ने सोने की घड़ी बेचने के नाम पर लोगों को ठगने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के चार सदस्यों को नैनीताल से गिरफ्तार किया है। गिरोह से पूछताछ में ठगी की दो घटनाओं का खुलासा हुआ है। एक घटना में ठगे गए लगभग 85 हजार रुपये भी बरामद किए गए हैं। सभी आरोपी दिल्ली के रहने वाले हैं।
एसपी सिटी सरिता डोबाल ने अपने कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता में बताया कि रविंद्र प्रसाद पुत्र श्यामलाल निवासी लुनिया मोहल्ला देहरादून ने तहरीर दी थी। जिसमें बताया था कि कुछ दिन पहले घंटाघर के पास चाट वाली गली में दो लोगों ने अपनी बातों में फंसाकर सोने की घड़ी बेचने के नाम पर उनसे असली सोने की चेन ले ली थी। इसके बदले उन्हें नकली सोने की घड़ी थमा दी। जून में भी इसी तरह की घटना में इंद्रपाल पुत्र माता प्रसाद निवासी मोहब्बेवाला से नकली सोने की घड़ी देकर 90 हजार रुपये ठग लिए थे।
एसएसपी दलीप सिंह कुंवर के आदेश पर एसपी सिटी, सीओ सदर नरेंद्र पंत और शहर कोतवाल विद्याभूषण नेगी की अगुवाई में एक टीम गठित की गई। टीम ने सीसीटीवी फुटैज के आधार पर चार संदिग्धों को ट्रेस किया। उनके वाहन पंजीकरण की जानकारी व स्वामी की डिटेल पाकर मोबाइल नंबर लिए।
बुजुर्गों को बनाते थे निशाना
पुलिस के अनुसार पूछताछ में आरोपियों ने उक्त घटनाओं को अंजाम देना स्वीकार किया। पूछताछ में सामने आया है कि वह बुजुर्गों को निशाना बनाते थे और दिल्ली समेत कई राज्यों में इस तरह की घटना को अंजाम दे चुके हैं। साथ ही कुछ दिन पहले हरिद्वार के ज्वालापुर में भी इन आरोपियों ने ठगी की घटना को अंजाम दिया था। जिससे संबंधित जेवरात आरोपियों के पास से बरामद हुए हैं।
हरिद्वार के ज्वालापुर में भी ठगी की घटना को दिया अंजाम
कैमरों और मोबाइल सर्विलांस के माध्यम से पता लगा कि हरिद्वार, नजीबाबाद, काशीपुर से होते हुए वह नैनीताल के तल्लीताल स्थित एक होटल में रुके हैं। पुलिस टीम ने चारों संदिग्धों को शुक्रवार को होटल में पकड़ लिया। चारों की पहचान कश्मीरी लाल अरोड़ा निवासी मोती नगर, पश्चिमी दिल्ली, सुनील अग्रवाल निवासी रोहताश नगर शाहदरा, दिल्ली, नरेंद्र कुमार निवासी गांधीनगर, दिल्ली, अजय मदान निवासी बसई धारापुर मोतीनगर, पश्चिम दिल्ली के रूप में हुई। उनके कब्जे से सोने की चेन, अंगूठी, घड़ी व नकदी आदि बरामद हुई।