उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश आफत बनती जा रही है। बारिश के बाद भूस्खलन से गंगोत्री हाईवे बंदरकोट के पास बंद हो गया है, जिससे गाड़ियों की लंबी लाइनें लग गईं हैं। पुल टूटने, सड़कों पर मलबा आने से प्रदेशभर में बारिश की वजह से 166 सड़कें बंद हो गई। बंद सड़कों की वजह से यात्रियों को आवाजाही में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
लोक निर्माण विभाग के आंकडों के अनुसार मंगलवार को राज्य में 125 सड़कें बंद थी। बुधवार को 86 सड़कें और बंद हो गई। जिससे कुल बंद सड़कों की संख्या 211 पहुंच गई थी। लेकिन 45 सड़कों को देर सांय तक खोल दिया गया जिससे अब बंद सड़कों की 166 रह गई है। राज्य में सड़कों को खोलने के लिए कुल 182 जेसीबी मशीनों को तैनात किया गया है।
प्रशासन द्वारा बंद सड़कों को खोलने का काम किया जा रहा है, लेकिन खराब मौसम चुनौती बना हुआ है। सड़कें बंद होने के बाद पुलिस-प्रशासन द्वारा ट्रैफिक को भी डायवर्ट किया गया है।
कालसी चकराता सहित जौनसार बावर के डेढ दर्जन मार्ग बंद
कालसी चकराता राज्य मार्ग सहित जौनसार बावर के डेढ दर्जन से अधिक मोटर मार्गों पर मलबा आने से मार्ग बंद रहे। जिससे सभी मार्गों पर यातायात पूरी तरह से बंद रहा। जौनसार बावर की लाइफ लाइन कहे जाने वाले कालसी चकराता मोटर मार्ग साढे दस घंटे तक बंद रहा। बुधवार रात ग्यारह बजे मार्ग पर मलबा आने के बाद मार्ग गुरुवार साढे नौ बजे तक बंद रहा।
जिससे मार्ग के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लगी रही। लोनिवि ने जेसीबी लगाकर दस घंटे बाद मार्ग को खुलवाया। वहीं अन्य मार्गों पर भी जेसीबी से मलबा हटाया जा रहा है। जिनकें दो बजे तक खुलने की संभावना है।