राज्य आंदोलनकारियों ने सरकार के उपेक्षात्मक रवैये पर आक्रोश जताया
ऋषिकेश: उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों ने सरकार के उपेक्षात्मक रवैये पर आक्रोश जताया है। उन्होंने शासनादेश होने के बाद आंदोलनकारियों का चिन्हीकरण नहीं होने पर नाराजगी जताई। उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी मंच के प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी ने कहा कि सरकार राज्य आंदोलनकारियों के मामले को लेकर गंभीर नहीं दिख रही है। इस दौरान वरिष्ठ आंदोलनकारियों को सम्मानित भी किया गया।
सोमवार को हरिद्वार मार्ग पर नगर निगम परिसर स्थित इंद्रमणि बडोनी हॉल में आयोजित बैठक में प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप कुकरेती ने कहा कि आखिर सरकार राज्य आंदोलनकारियों के साथ इतना पक्षपात क्यों कर रही है? राज्य आंदोलनकारियों का चिन्हीकरण कार्य अधूरा पड़ा है। आरक्षण को लेकर भी उहापोह की स्थिति बनी हुई है। यदि सरकार इसे इतना लटकाएगी तो राज्यव्यापी आंदोलन किया जाएगा। इस दौरान वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी चैता कंडवाल, गुड्डी डोभाल, सतेश्वरी मनोडी, मुन्नी ध्यानी, वेद प्रकाश शर्मा, बलवीर सिंह नेगी का उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी मंच ने शाल और फूल मालाओं से सम्मान किया। बैठक में मूल निवास, भू कानून और परिसीमन पर भी चर्चा की गई। इस अवसर पर वीर सिंह रावत, सुशील चमोली, डीएस गुसाईं, गंभीर मेवाड़, गुलाब सिंह रावत, युद्धवीर सिंह चौहान, रूकम पोखरियाल, बिशंबरदत्त डोभाल, देवेश्वर काला, राजेंद्र कोठारी, हरि सिंह नेगी, बृजेश डोभाल, जुगल किशोर, कुसुम लता शर्मा, समानी भट्ट, जयंती नेगी, प्रेम नेगी आदि रहे।