उत्तराखंड

विधानसभा अध्यक्ष ने निजी स्टाफ की वायरल सूची पर दिया जवाब, मैं कोई घबराने या डरने वाली महिला नहीं हूं

Rani Sahu
30 Sep 2022 3:36 PM GMT
विधानसभा अध्यक्ष ने निजी स्टाफ की वायरल सूची पर दिया जवाब, मैं कोई घबराने या डरने वाली महिला नहीं हूं
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देहरादून, (आईएएनएस)। उत्तराखंड में विभिन्न भर्ती परीक्षाओं में धांधली को लेकर सियासत गरमाई हुई है। बीते दिनों विधानसभा में हुई नियुक्तियों को लेकर भी खूब बवाल हुआ। जिसके बाद जांच के लिए एक समिति बनानी पड़ी।
ये विवाद अभी खत्म भी नहीं हुआ था कि विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी के निजी स्टाफ में राज्य के बाहर के लोगों को नियुक्त करने पर नया विवाद शुरू हो गया है। उनके स्टाफ के कर्मचारियों की सूची सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। सोशल मीडिया पर लोग स्थानीय लोगों की बजाय बाहरियों को नियुक्ति दिए जाने पर सवाल उठा रहे हैं। इस सूची में अलग-अलग राज्यों के लोगों को उनके स्टाफ में विभिन्न पदों पर दर्शाया गया है। यह सूची सोशल मीडिया पर आते ही बड़ी संख्या में लोग हमलावर हो गए। लोगों ने सूची शेयर करते हुए स्पीकर की मंशा पर सवाल उठाए। लोगों ने कहा कि क्या उत्तराखंड में एक भी ऐसा व्यक्ति नहीं, जिन्हें इन पदों पर तैनात किया जा सकता था? वहीं पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने कहा कि यह मेरा पर्सनल स्टाफ है। मेरे स्टाफ में पहाड़ के भी लोग हैं, लेकिन सूची में उनका नाम नहीं है। कोई नहीं, मैं बचाव भी नहीं कर रही हूं। मैंने जिन लोगों को स्टाफ में रखा है, उनको तीस से चालीस साल का अनुभव है। सरकारी कामकाज के लिए अनुभवी लोग चाहिए। अभी इतना बड़ा काम किया है तो कुछ लोग मुझे भी तो हिट करेंगे।
स्पीकर ऋतु खंडूड़ी ने कहा कि मेरा मन साफ हैं, मैं कोई घबराने या डरने वाली महिला नहीं हूं। मेरा उद्देश्य राजनीति से ज्यादा समाज सेवा है। खैर, लोगों ने मेरे पिताजी को नहीं छोड़ा तो मेरी क्या हैसियत है। बता दें कि पिछले दिनों स्पीकर खंडूड़ी ने वर्ष 2016 के बाद विधानसभा में बैकडोर से नियुक्त कर्मचारियों को बाहर करने का साहसिक फैसला लिया। उनके इस फैसले की जमकर सराहना हो रही थी। पर अब खुद उनके ही निजी स्टाफ के कर्मचारियों की एक सूची वायरल हो रही है। जिसके जरिए उन्हें घेरने की कोशिश की जा रही है। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने कहा कि विधानसभा में कर्मचारियों की नियुक्ति पारदर्शी तरीके से करने के लिए सख्त नियम बनाए जाएंगे ताकि भविष्य में भर्तियों पर विवाद न हो। विधानसभा में पदों की रिस्ट्रक्च रिंग कराई जा रही है और जरूरत के अनुसार पद सृजित कर कर्मचारियों की तैनाती की जाएगी।
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