नैनीताल न्यूज़: शहर में जलभराव की मुख्य वजहों में से एक अतिक्रमण भी है. बाजार क्षेत्र में शायद ही कहीं कोई निकासी नाली दिखाई दे जाए. दुकानदारों ने सामान रखने के लिए इन नालियों के ऊपर जालियां, सीमेंट और टाइल्स बिछा दिए हैं. बरसात से ऐन पहले ठेकेदार भी इन अतिक्रमण से प्रभावित निकासी नालियों को साफ करने से बचते हैं. यही हाल, सिंचाई विभाग की नहरों का भी है. वैसे तो ये नहरें ग्रामीण क्षेत्रों में खेती के लिए पानी सप्लाई करने के लिए बनाईं गई हैं मगर, लोगों ने इनके ऊपर या तो ठेला-फड़ लगाकर कारोबार शुरू कर दिया है या फिर घर का कचरा डंप करने की जगह बना दी है. ऐसे में मानसूनी बारिश के दौरान नहरें, निकासी नालियां चोक होकर जगह-जगह जलभराव की स्थिति पैदा कर देती हैं. वहीं सिंचाई विभाग ने इसी साल अपनी नहरों को मूल स्वरूप में लाने के लिए अतिक्रमण चिह्नित किए. अतिक्रमण चिह्नीकरण के बाद कठघरिया में प्राइमरी स्कूल के पास सिंचाई नहर से बड़ा अतिक्रमण हटाया गया था.
इन नालों की हर साल करनी पड़ती है सफाई
● हाईडिल गेट से आवास विकास व रामपुर रोड बांबे क्रॉकरी से एसटीएच तक
● आवास विकास से सुभाषनगर रेलवे क्रॉसिंग से राजपुरा तक
● राजपुरा चौराहे से ईदगाह होते हुए शनि बाजार व मंडी गेट से रेलवे क्रॉसिंग तक
● वार्ड-20 निशांत स्कूल के सामने रेलवे क्रॉसिंग तक
● गुंसाई नगर से जेल रोड होते हुए हीरानगर पार्क तक
● कालाढूंगी रोड से रामपुर रोड पेट्रोल पंप तक
कई वार्डों में नालों की सफाई समय पर नहीं की जाती है जिससे बरसात के दिनों में कचरा और गंदा पानी मोहल्लों में भर जाता है. इंदिरानगर बरसाती नाले चोक होने से परेशानी का कारण बना हुआ है.
- शकील सलमानी, पूर्व सभासद
वार्ड-14 में भी नाले की सफाई नहीं की गई है. गंदगी से भरे पड़े नाले की वजह से बरसात में दिक्कतें पैंदा होंगी. इस समय भीषण गर्मी के बीच गंदगी से भरे ये नाले बीमारी की वजह बनेंगे.
- महेश चंद्र, पार्षद वार्ड-14