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देहरादूनः इस वर्ष के अन्तिम सूर्य ग्रहण के कारण देवभूमि उत्तराखंड स्थित चारों धामों के अतिरिक्त अन्य सभी मंदिरों में प्रात: काल पूजा अर्चना के बाद, बन्द हुए कपाट मंगलवार संध्या साढ़े पांच बजे पुन: दर्शनार्थ खोल दिए गए। आज प्रात: बद्रीनाथ धाम में 2.30 बजे मंदिर के कपाट खुलने के बाद प्रात: अभिषेक तीन बजे हुआ। तत्पश्चात प्रात: चार बजकर 15 मिनट पर सूतक के कारण बन्द कर दिया गया।
सन्ध्या काल में सूतक समाप्त होने पर पांच बजकर 32 मिनट पर पुन: कपाट खोले गए और शाम छह बजकर 15 मिनट पर विधि विधान पूर्वक शुद्वीकरण अभिषेक किया गया। तत्पश्चात, शयन आरती के बाद रात्रि लगभग 9.30 बजे मन्दिर के कपाट बंद कर दिए गए। केदारनाथ धाम में सोमवार रात्रि महामृत्युंजय पाठ और अभिषेक रात्रि 10 बजे करने के बाद आज प्रात: 3 बजे कपाट खोले गए। ठीक चार बजे प्रात: तक देव दर्शन और बालभोग चढाया गया। इसके पश्चात, प्रात: 4 15 मंदिर के कपाट सूतक के कारण बंद हो गये। जबकि शाम 5 बजकर 32 मिनट पर सूतक समाप्त पर मंदिर खुल गया।
साफ सफाई, शुद्धिकरण हवन के बाद सात बजे भगवान का अभिषेक श्रृंगार हुआ। फिर शयन आरती के बाद 8.30 बजे मंदिर बन्द कर दिया गया। गंगोत्री एवं यमुनोत्री मंदिर समिति से प्राप्त जानकारी के अनुसार, सभी छोटे-बड़े मंदिर ग्रहणकाल में प्रात से बंद होने के बाद, ग्रहण की समाप्ति शायंकाल 5 बजकर 32 मिनट के बाद सभी मंदिरों के कपाट खुल गए हैं। हवन शूद्धिकरण के पश्चात अभिषेक-शयन पूजाएं की गई है।
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