सामाजिक संगठन ने रखी चमोली DM और दोषी CISF स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई की मांग
देवभूमि नैनीताल न्यूज़: हेलंग घटना के विरोध में गुरुवार को हेलंग एकजुटता मंच के बैनर तले प्रदेश के विभिन्न जिलों से पहुंचे विभिन्न संगठनों के सैकड़ों लोगों ने माल रोड पर रैली निकालकर प्रदर्शन किया। इस बीच लोगों ने नारेबाजी, गीत संगीत के माध्यम से अपने हक हकूक और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इसके बाद प्रतिनिधिमंडल ने पांच सूत्रीय मांग पत्र कुमाऊं आयुक्त कार्यालय में सौपा। बताते चलें कि 15 जुलाई को चमोली जिले के हेलंग गांव में पुलिस और औद्योगिक इकाई के सुरक्षाबलों ने ग्रामीण महिलाओं की घास छीन कर उनके खिलाफ कार्रवाई की थी।
प्रदर्शनकारियों ने महिलाओं से घास छीनने और हिरासत में रखने वाले सीआईएसएफ स्टाफ को निलंबित करने मांग की।
उत्पीड़ित महिलाओं के खिलाफ अभियान चलाने वाले चमोली डीएम को पद से हटाने की मांग।
टीएचडीसी के विरुद्ध नदी में मलबा डालने पर मुकदमा दर्ज करने की मांग
हेलंग मामले की जांच हाईकोर्ट के सेवारत अथवा सेवानिवृत्त न्यायाधीश से कराने की मांग।
वन पंचायत नियमावली के विरुद्ध दी गयी वन पंचायत की गैरकानूनी स्वीकृति को रद्द किया जाने की मांग।
तल्लीताल डांठ में आयोजित सभा में वक्ताओं ने कहा कि हेलंग में हुई घटना से सिर्फ उत्तराखंड के मूलवासियों से उनके हक ही नहीं छीने गए, बल्कि औद्योगिक इकाई के दबाव में काम करते हुए महिलाओं पर कार्रवाई भी की गई, जो कि बेहद निंदनीय है। इस मौके पर राजीव लोचन साह, पद्मश्री शेखर पाठक, डॉ. उमा भट्ट, चंपा उपाध्याय, कैलाश जोशी, इंद्रेश मैखुरी, पीसी तिवारी, कमला कुंजवाल, भारती जोशी आदि रहे।