उत्तराखंड

हरिद्वार में चौंकाने वाले आंकड़ें, फैक्ट्रियों से ज्यादा गाड़ियां कर रहीं प्रदूषण

Renuka Sahu
17 July 2022 5:30 AM GMT
Shocking figures in Haridwar, more vehicles are polluting than factories
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फाइल फोटो 

हरिद्वार में फैक्ट्री से ज्यादा बसें और अन्य वाहन प्रदूषण फैला रहे हैं। उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पीएम-10 के आंकड़े इसकी पुष्टि कर रहे हैं।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हरिद्वार में फैक्ट्री से ज्यादा बसें और अन्य वाहन प्रदूषण फैला रहे हैं। उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पीएम-10 के आंकड़े इसकी पुष्टि कर रहे हैं। जनवरी के बाद लगातार शहर में प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से हाल ही में आंकड़े जारी किए गए हैं।

इन आंकड़ों में चौकाने वाली बात यह है कि हरिद्वार से लगते हुए सिडकुल की फैक्ट्रियों से इतना प्रदूषण नहीं हो रहा है, जितना ऋषिकुल के आसपास मिला है। ऋषिकुल के आसपास बस अड्डा और रेलवे स्टेशन भी है। सिडकुल का औसतन पीएम-10 123.84 और ऋषिकुल का 131.45 आया है।
सिडकुल का औसतन पीएम 2.5 96.61 और ऋषिकुल का 103.64 है। सबसे अधिक यात्रा सीजन अप्रैल में ऋषिकुल का पीएम-10 138.39 मिला है। जो इस साल तक का सर्वाधिक है। जनवरी में यह आंकड़ा 123.64 था। सिडकुल में जनवरी के दौरान 110.64 पीएम-10 था, जो अब लगातार बढ़ रहा है। मई और जून में यह 126.3 पहुंच गया।
यह होता पीएम-10 : पीएम-10 वह कण हैं, जिनका व्यास 10 माइक्रोमीटर होता है और इन्हें फाइन पार्टिकल्स भी कहा जाता है। पर्यावरण विशेषज्ञों का कहना है कि पीएम-10 को रेस्पायरेबल पर्टिकुलेट मैटर भी कहते हैं। इसमें धूल, गर्द और धातु के सूक्ष्म कण शामिल होते हैं।
सिडकुल से ज्यादा प्रदूषण शहर में यदि आया है तो संभवता बसों और अन्य वाहनों के दबाव के कारण ऐसा हुआ होगा। ऋषिकुल से कुछ ही दूरी पर बस अड्डा भी है, जहां काफी संख्या में बसें आती हैं। कॉमर्शियल एक्टिविटी भी ऋषिकुल में होती है। जिस कारण प्रदूषण बढ़ा होगा।
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