उत्तराखंड
शांतिकुंज प्रमुख पर दुष्कर्म का झूठा आरोप, कर्नाटक से महिला हुई गिरफ्तार
Gulabi Jagat
11 Oct 2022 4:56 PM GMT
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धर्मनगरी हरिद्वार जहां एक ओर पतित पावनी मां गंगा एवं उसके घाटों में लगने वाले मेलों के कारण भारतवर्ष समेत पूरे विश्व में प्रसिद्ध है तो वहीं हरिद्वार में उसी पतित पावनी मां गंगा के किनारे एक ऐसा संस्थान भी है जो अपनी सादगी, धर्मोन्मुख क्रियाकलाप व वैचारिक प्रखरता के लिए भारतवर्ष समेत पूरे विश्व में जाना जाता है, "नाम है - शांतिकुंज !"
सुबह के पवित्र वातावरण में शुद्ध मंत्रोच्चारण से दिन की शुरुआत के साथ, जहां देर शाम तक सरलता के भाव लिए, मद्धिम आवाज में गूंजने वाले भजन कीर्तन से वातावरण शुद्धिकरण की प्रक्रिया चलायमान रहती है वहां के संस्थान के प्रमुख डॉ प्रणव पंड्या पर अचानक दुष्कर्म जैसा भारी इल्जाम लगा देने से संस्थान से जुड़े अथवा संस्थान को जानने वाले व्यक्तियों को गहरा आघात लगा। मामला जल्द ही मीडिया जगत की सुर्खियां बन गया।
बता दें, दिल्ली पर दर्ज जीरो F.I.R में उक्त गंभीर मुकदमे की S.I.T से जांच उपरांत कोई सबूत न पाए जाने पर F.R (अंतिम रिपोर्ट) को माननीय न्यायालय द्वारा निरस्त करते हुए पुनः विवेचना के आदेश दिए। विवेचना महिला S.I किरण गुसाईं के सुपुर्द होने पर उनके द्वारा समय-समय पर दिल्ली, पटियाला, कुरूक्षेत्र, मुजफ्फरनगर आदि स्थानों पर जाकर हाई-प्रोफाइल केस की गहराई से परत-दर-परत विवेचना किए जाने पर कई राज उजागर हुए और स्पष्ट हुआ कि संस्थान के प्रमुख प्रणव पंड्या व शैलबाला पर एक सोची समझी साजिश के तहत शांतिकुंज के ही कुछ अनुयाई जिनको संस्थान द्वारा अनुशासनहीनता अथवा वित्तीय अनियमितता का दोषी पाए जाने पर शांतिकुंज से नियमानुसार निकाला गया था, के द्वारा बदला लेने की नीयत से गहरा षड्यंत्र कर ऐसा घृणित कार्य किया गया।
विवेचना के दौरान कुल 8 साजिशकर्ताओं में से 5 व्यक्तियों मनमोहन, तोषण साहू, हरगोविंद गुप्ता, सुनीता शर्मा एवं चंद्रकला साहू को पूर्व में हरिद्वार पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया जा चुका है जबकि साजिशकर्ता राजेश अग्रवाल को 41 'क' सीआरपीसी का नोटिस दिया गया है। कल कर्नाटक से उक्त साजिश में शामिल हेमलता साहू को गिरफ्तार करने में हरिद्वार पुलिस को सफलता हाथ लगी है।
उक्त आरोपियों में से एक महिला के शिकागो (अमेरिका) में रहकर इस साजिश में प्रमुखता से शामिल होने के साक्ष्य पाए जाने पर गिरफ्तारी के लिए ठोस प्रयास जारी हैं जिसमें इस तथ्य की भी पुष्टि की जा रही है कि क्या उसके द्वारा इस साजिश के लिए लगातार फंडिंग की जा रही थी...विवेचना जारी है।
शांतिकुंज जैसी संस्था के बारे में कहा जाता है कि यहां मनुष्य में मनुष्यता को निखारा जाता है। ऐसे में हरिद्वार पुलिस द्वारा इतनी पवित्र संस्था को बदनाम करने की इस गहरी साजिश का पर्दाफाश कर साजिशकर्ताओं की दुष्टता को उजागर किया गया है।
Gulabi Jagat
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