ऋषिकेश न्यूज़: चारधाम यात्रा के प्रवेशद्वार तीर्थनगरी ऋषिकेश में करीब सात घंटे विद्युत आपूर्ति बाधित रही. इससे आम लोगों के साथ ही व्यापारियों और तीर्थयात्रियों को भी भारी परेशानी झेलनी पड़ी. बिजली पर निर्भर काम ठप रहे. सरकारी अस्पताल में एक्स-रे नहीं होने से मरीजों और उनके तीमारदारों को भी काफी इंतजार के बाद मायूस लौटना पड़ा. यात्रा ट्रांजिट कैंप में बार-बार जनरेटर सेट के बंद होने से तीर्थयात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ी.
ऋषिकेश शहर और आसपास के क्षेत्रों में सुबह 9 बजे अचानक बिजली गुल हो गई. सुबह 11 बजे तक आपूर्ति बहाल नहीं होने पर सरकारी और प्राइवेट संस्थानों में जनरेटर की गूंज सुनाई देने लगी. सरकारी अस्पताल में बिजली के वैकल्पिक इंतजाम के लिए जनरेटर सेट चालू किया, लेकिन एक्स-रे मशीन नहीं चली. मरीज और तीमारदार विद्युत आपूर्ति बहाल होने का इंतजार करते रहे. दोपहर 2 बजे तक बिजली नहीं आने पर बिना एक्स-रे कराए मायूस होकर लौटना पड़ा. बिजली से काम-धंधे इस दौरान पूरी तरह प्रभावित रहे.
यात्रा ट्रांजिट कैंप में भी बिजली के वैकल्पिक इंतजाम को जनरेटर सेट चलाया गया. डीजल लीक होने के कारण जनरेटर सेट को सुरक्षा के दृष्टिगत कुछ देर चलाने के बाद बंद करना पड़ रहा था. इससे वेटिंग रूम में बार-बार पंखे रुकने से वहां आराम कर रहे यात्रियों को गर्मी ने परेशान किया.
अपराह्न करीब 4 बजे विद्युत आपूर्ति बहाल होने पर लोगों ने राहत महसूस की. सात घंटे के लंबे इंतजार के बाद बिजली सप्लाई चालू होने पर लोगों ने राहत की सांस ली.
एक्स-रे मशीन अत्याधुनिक है. अस्पताल में स्थापित जनरेटर सेट की क्षमता अधिक नहीं है, इससे एक्स-रे मशीन नहीं चली. यह समस्या पहले से है. जनरेटर सेट को अपग्रेड करने का प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है.
-डॉ. पीके चंदोला, सीएमएस ऋषिकेश
वीरभद्र बिजली घर में अनुरक्षण कार्य और ऋषिकेश में इंद्रमणि बडोनी चौक पर जी-20 के तहत होने वाले विद्युत संबंधी कार्य के चलते बिजली आपूर्ति बाधित रही. शटडाउन शाम 5 बजे तक का था, लेकिन आपूर्ति 1 घंटा पहले बहाल कर दी गई.-शक्ति प्रसाद, अधिशासी अभियंता, ऊर्जा निगम