उत्तराखंड

ज्योलीकोट के वचनढूंगा में बोल्डरों को रोकने के लिए बन रही सुरक्षा दीवार

Admin Delhi 1
9 Jan 2023 3:03 PM GMT
ज्योलीकोट के वचनढूंगा में बोल्डरों को रोकने के लिए बन रही सुरक्षा दीवार
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नैनीताल: ज्योलीकोट के चोपड़ा के तोक ढांगण में वचनढूंगा स्थान पर पहाड़ी से गिरने वाले बोल्डरों को रोकने के लिए बनाई जा रहे वायरक्रेट प्लेटफार्म का पहले चरण का कार्य लगभग पूरा हो गया है। लोक निर्माण विभाग की ओर से यहां अब फेंसिंग लगाई जाएगी, इसके लिए शेष बजट मांगा गया है।

मालूम हो कि लगातार बोल्डर गिरने से ग्रामीणों द्वारा लगातार यहां ट्रीटमेंट कार्य के लिए आग्रह किया जा रहा था। इसके बाद जिला प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए लोक निर्माण विभाग को ट्रीटमेंट कार्य का जिम्मा सौंपा था। जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर की दूर ग्रामसभा चोपड़ा में वचनढूंगा की पहाड़ी से अक्टूबर 2021 में हुई अत्यधिक वर्षा के कारण ग्राम चोपड़ा के तोक वचनढूंगा में पहाड़ी पर कुछ बडे़-बडे़ बोल्डर गिर गये थे। इसके नीचे ग्रामीणों के मकान होने के कारण क्षेत्र संवेदनशील बना हुआ है।

साथ ही जुलाई 2022 में हुई वर्षा के कारण इस क्षेत्र में फिर से धंसाव एवं बोल्डरों के गिरने के कारण ग्रामीणों ने दुर्घटना होने की आशंका व्यक्त की थी। इस पर यहां कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत ने निरीक्षण कर अधिकारियों को तुरंत समाधान कार्य के निर्देश दिए थे। जिलाधिकारी के निर्देश पर चोपड़ा गांव में भूवैज्ञानिक नैनीताल लेख राज द्वारा सर्वे किया गया था। सर्वे अनुसार उक्त स्थल पर अस्थाई उपचार हेतु वायरक्रेट से प्लेटफार्म की संस्तुति की गई थी, जिससे बोल्डरों को गिरने से रोका जा सके।

अधिशासी अभियन्ता लोनिवि दीपक गुप्ता द्वारा वायरक्रेट से प्लेटफार्म बनाने के लिए करीब 27 लाख, 47 हज़ार का आगणन तैयार किया गया। इसके सापेक्ष जिलाधिकारी ने 10 लाख रुपये अवमुक्त किए हैं। लोक निर्माण विभाग के समक्ष वचनदूंगा की पहाड़ी के ट्रीटमेंट का कार्य करने को लेकर इस समय काफी चुनौतियां बनी हुई थीं, इसके बाद यहां वायर क्रेट यानी कि आपदा न्यूनीकरण सुरक्षा दीवार का कार्य पूरा हो गया है। इसके बाद फेंसिंग की जानी है, जिसके लिए 17 लाख 47 हजार रुपये की मांग की गई है। इससे पहाड़ी से गिरने वाले पत्थर सुरक्षा दीवार से टकराकर गांव पर नहीं गिरेंगे।

चार स्थानों पर वायरक्रेट लगाकर रोके जाएंगे पत्थर: पहले चरण में वायरक्रेट से प्लेटफार्म बनाकर पहाड़ी से बोल्डरों को गिरने से रोका जाएगा। चार स्थानों पर वायरक्रेट लगाये गये हैं। वहीं फेंसिंग लगाकर छोटे पत्थरों को भी आबादी स्थल पर गिरने से रोका जाएगा। लोनिवि के सहायक अभियंता जीएस जनौटी ने बताया कि दूसरे चरण के लिए फेसिंग कार्य के लिए डीपीआर तैयार कर भेजी गई है।

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