फर्जीवाड़े में फंसे संत स्वामी अवधेशानंद सरस्वती कई माह से लापता
ऋषिकेश: उत्तरी हरिद्वार के नारायण निवास आश्रम ट्रस्ट भूपतवाला का फर्जी ट्रस्ट बनाने के आरोपी संत स्वामी अवधेशानंद सरस्वती कई माह से लापता हैं। पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है। संत को तलाशने के लिए सप्तऋषि चौकी पुलिस सक्रिय हो गई है। शहर कोतवाली में कोर्ट के आदेश पर आश्रम के ट्रस्ट के महासचिव दीपक उप्रेती ने बीस आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत प्रभावी धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। शिकायत में बताया था कि आश्रम के प्रमुख स्वामी महंत रामेश्वरानन्द शिष्य माता प्रेमकौर थे।
आरोप था कि आश्रम में कार्यरत एक संत स्वामी अवधेशानन्द सरस्वती ने संत रामेश्वरानंद की बीमारी का लाभ उठाकर अपने नाम एक रजिस्टर्ड वसीयत वर्ष 2019 में अपने हक में करा ली थी, लेकिन हकीकत सामने आने पर स्वामी ने वसीयत निरस्त करा दी थी। संपत्ति खुर्द-बुर्द न हो इस मकसद से स्वामी रामेश्वरानंद ने अपने जीवन काल में ही धर्मार्थट्रस्ट बना लिया था। आरोप था कि उनकी मृत्यु के बाद स्वामी अवधेशानन्द ने खुद को शिष्य बताते हुए दिसंबर 2019 में एक नया ट्रस्ट बना लिया था, जबकि पूर्व में बने ट्रस्ट को भंग नहीं किया था। न ही ट्रस्ट का कोई चुनाव हुआ था। आरोप था कि संपत्ति को खुर्द-बुर्द करने के मकसद से फर्जी ट्रस्ट बनाया गया था। पुलिस ने जब प्रारंभिक जांच शुरू की तब सामने आया कि ट्रस्ट के अध्यक्ष बने अवधेशानंद सरस्वती कई माह से लापता हैं। ऐसे में संत की गुमशुदगी को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि संत की तलाश कर रहे हैं। पुलिस हर पहलू पर अपनी जांच में जुट गई है।
इन पर दर्ज हुआ है केस: अवधेशानन्द सरस्वती नारायण निवास आश्रम भूपतवाला कलां, महामंडलेश्वर ललितानंद गिरि, भाजपा नेता विदित शर्मा, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेता रितेश वशिष्ठ, स्वामी कृष्णानंद, दीपतानंद, महंत स्वामी सच्चीदानन्द, स्वामी दिव्यानंद उर्फ दीपक, स्वामी अनुजदास उर्फ अनुज चौहान, स्वामी हरिशानन्द, स्वामी संजय ब्रह्मचारी, बेघराज, स्वामी प्रकाशानन्द निवासी , स्वामी सदानंद, धर्मेन्द्र कुमार, पवन सिंह, महंत प्रेमदास, स्वामी अन्नतानंद, महंत बाबा कमलदास के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।