ऋषिकेश: संस्कृत भारती संगठन के अखिल भारतीय महामंत्री सत्य नारायण भट्ट ने कहा कि संस्कृत के संरक्षण के बिना संस्कृति का संरक्षण संभव नहीं है. संस्कृत को जन भाषा बनाने के लिए आपका सबका सहयोग सतत आवश्यक है. यह बातें उन्होंने आयोजित सम्मेलन में कही.
संस्कृत भारती की ओर से संस्कृत सम्मलेन का आयोजन किया गया. सम्मलेन में प्रात संस्कृत शोभा यात्रा का अयोजन किया गया. शोभा यात्रा का शुभारंभ उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेशचन्द्र शास्त्रत्त्ी ने किया. शोभा यात्रा का प्रारम्भ ऋषिकुल ब्रह्मचर्याश्रम से हुआ और श्री भगवानदास आदर्श संस्कृत महाविद्यालय पर शोभा यात्रा का समापन हुआ. इस शोभा यात्रा में हरिद्वार के विभिन्न शिक्षण संस्थानों के शिक्षक एवं छात्रों ने प्रतिभाग किया. शोभा यात्रा के बाद श्रीभगवान दास आदर्श संस्कृत महाविद्यालय में जनपद सम्मेलन का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि गुरुकुल कांगड़ी विश्व विद्यालय के अंग्रेजी विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. श्रवण कुमार शर्मा ने कहा कि संस्कृत संस्कारों की भाषा है. उन्होंने कहा कि संस्कृत के क्षेत्र में शोध की आवश्यकता है.
जिला संस्कृत सम्मलेन में क्षेत्र संयोजक प्रो. प्रेमचंद शास्त्रत्त्ी, प्रान्त संगठन मंत्री गौरव शास्त्रत्त्ी गौरव शास्त्रत्त्ी, विभाग संयोजक डॉ. पवन कुमार, भगवान् दास संस्कृत माहविद्यालय के प्राचार्य डॉ. वृजेन्द्र सिंघदेव, जिलाध्यक्ष डॉ. अरुण मिश्र, जिला मंत्री डॉ. वेदव्रत, जिला तकनीकी प्रमुख विवेक शुक्ल, गीता शिक्षण प्रमुख डॉ. अरविन्द नारायण मिश्र, नगर संयोजक रावेन्द्र, सुकदेव, सलोनी, अनुराधा, दीपक, डॉ. रितेश वशिष्ट आदि उपस्थित रहे.
एससी-एसटी, ओबीसी वर्ग के मुद्दों पर मंथन
नेशनल एक्शन फोरम फॉर सोशल जस्टिस की राष्ट्रीय बैठक में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, मुस्लिम, आदिवासी और महिलाओं के मुद्दों पर चर्चा की गई.
शिवालिक नगर के निजी होटल में आयोजित बैठक में देश के विभिन्न राज्यों से फोरम प्रतिनिधि और सामाजिक संगठन शिरकत करने पहुंचे. बैठक के बाद फोरम के राष्ट्रीय अध्यक्ष नानक चंद ने बताया कि बैठक में साथियों ने एससी, एसटी, ओबीसी आदि वर्ग की सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक स्थितियों पर चिंता जताई है. राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि इन वर्गों का सामाजिक उत्पीड़न काफी बढ़ा है. आर्थिक उत्पीड़न तथा राजनैतिक रूप से भी सम्मान प्राप्त नहीं हुआ है.