रुद्रपुर क्राइम: एसटीएफ ने धोखाधड़ी के मामले में सहायक अध्यापक को किया गिरफ्तार
एसटीएफ ने दो वर्ष से फरार चल रहे पांच हजार के इनामी अभियुक्त को गजरौला से गिरफ्तार किया है। आरोपी सहायक अध्यापक के पद पर तैनात था। वर्ष 2019 में डाटा एंट्री आपरेटर की परीक्षा में उस पर छदम अभ्यर्थियों को शामिल कराने का आरोप है। एसटीएफ की सीओ पूर्णिमा गर्ग ने एसटीएफ के निरीक्षक एमपी सिंह के नेतृत्व में इनामी अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की थी। टीम ने दो वर्ष से फरार चल रहे पांच हजार के इनामी विजयवीर सिंह पुत्र खचेडू सिंह निवासी जलालपुर कलां थाना रजबपुर अमरोहा को गिरफ्तार किया है। वह गजरौला में किराए के मकान में छिप कर रह रहा था। गौरतलब है अभियुक्त सरकारी जूनियर हाई स्कूल अफजलपुर अमरोहा में तैनात है। उसने अपने लाभ के लिए वर्ष 2019 में उत्तराखण्ड अधीनस्थ चयन आयोग द्वारा आयोजित सहायक अध्यापक एलटी व कनिष्ठ सहायक डाटा एंट्री आपरेटर की लिखित परीक्षा में ऊधमसिंह नगर के 22 अभ्यर्थियों को छदम अभ्यर्थियों के माध्यम से परीक्षा दिलाई गई। गड़बड़ी सामने आने पर रुद्रपुर में विजयवीर और उसके साथी के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। गिरफ्तार करने वाली टीम में उपनिरीक्षक केजी मठपाल, बृजभूषण गुरूरानी, हेड कांस्टेबल प्रकाश भगत, महेंद्र गिरी, मनमोहन, सुरेंद्र सिंह कनवाल, किशोर कुमार आदि शामिल थे।