Rudrapur: निगम ने पहले चरण की डीपीआर के लिए शासन से एक करोड़ 23 रुपये मांगे
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रुद्रपुर: सितारगंज में प्रस्तावित हाईटेक जेल के लिए दो चरणों में डीपीआर बनाई जाएगी। पेयजल निर्माण निगम ने पहले चरण की डीपीआर के लिए शासन से एक करोड़ 23 रुपये मांगे हैं। बजट मिलने के बाद सर्वे, सोयल टेस्टिंग और डीपीआर बनाने का कार्य किया जाएगा।
दरअसल, जिले में जेल की जरूरत को देखते हुए वर्ष 2021 में किच्छा के रजपुरा में डीपीआर जेल का निर्माण शुरू किया गया था। 2580 कैदियों के लिए जेल बननी थी और पहले चरण में 48 करोड़ से 480 कैदियों के लिए जेल का निर्माण सिंचाई विभाग की ओर से किया जा रहा था। साल 2023 में अचानक शासन के निर्देश पर जेल निर्माण का कार्य आधे में रोक दिया गया था। तब तक 29 करोड़ रुपयों से निर्माण हो चुका था। इसके बाद कारागार विभाग और जिला प्रशासन ने किच्छा के धाधा फार्म सहित अन्य जगहों को जेल के लिए देखा था, लेकिन उसे उपयुक्त नहीं पाया था।
दो चरणों में बनाई जाएगी हाईटेक जेल: इसके बाद सितारगंज में जेल विभाग की 52 एकड़ जमीन को जेल निर्माण के लिए चिह्नित किया गया था। पेयजल निर्माण निगम को जेल निर्माण का जिम्मा सौंपा गया था। पेयजल निर्माण निगम ने डीपीआर के लिए बजट की मांग की है। निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर नरेंद्र नवानी ने बताया कि हाईटेक जेल की डीपीआर दो चरणों में बनाई जाएगी। पहले चरण की डीपीआर बनाने के लिए एक करोड़ 23 लाख का आगणन किया गया है और कारागार विभाग के माध्यम से शासन से बजट की मांग की गई है। बजट मिलने पर सोयल टेस्टिंग, सर्वे करने के बाद डीपीआर बनाने का कार्य किया जाएगा। डीपीआर बनाने के लिए उसे मंजूरी के लिए कारागार विभाग को भेजा जाएगा।
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