उत्तराखंड

Rudraprayag: गुलदार और भालू पर नजर रखने के लिए लगा दो ट्रैप कैमरा

Tara Tandi
10 Oct 2024 2:22 PM GMT
Rudraprayag: गुलदार और भालू पर नजर रखने के लिए लगा दो ट्रैप कैमरा
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Rudraprayag रुद्रप्रयाग: ग्रामीण क्षेत्रों में जंगली जानवरों की धमक दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इससे लोगों में दहशत बनी हुई है। गुलदार, जहां ग्रामीणों के पालतू पशुओं को अपना शिकार बना है, वहीं भालू इंसानी जान का दुश्मन बना हुआ है। दो महीने मेंं भालू अलग-अलग स्थानों पर चार लोगों को घायल कर चुका है।
इन जंगली जानवरों की सक्रियता व नियमित चहलकदमी का पता लगाने के लिए वन विभाग दूरस्थ व प्रभावित क्षेत्रों दो में ट्रैप कैमरा स्थापित कर रहा है। इससे सही और सटीक जानकारी मिल सके और उचित कार्रवाई की जाए।
पिछले कुछ वर्षों से जनपद के अलग-अलग क्षेत्रों में वन्य जीवों का आतंक बढ़ गया है। बीते तीन वर्षों में गुलदार जहां, तीन बच्चों को मार चुके हैं। साथ ही कई ग्रामीण भी घायल हो चुके हैं। गुलदार, सैकड़ों मवेशियों को भी अपना निवाला बना चुका है। भालू का आतंक ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बन चुका है। दो माह में धनपुर, बच्छणस्यूं और जखोली क्षेत्र में भालू चार लोगों को गंभीर रूप से घायल कर चुका है।
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जंगली जानवरों के बढ़ती सक्रियता से ग्रामीण क्षेत्रों में जानमाल का खतरा बना है। इधर, वन विभाग प्रभावित गांवों में जंगली जानवरों की सक्रियता का पता लगाने के लिए ट्रैम कैमरा लगा रहा है। रुद्रप्रयाग वन प्रभाग के रुद्रप्रयाग रेंज ने ग्वैफर गांव में दो ट्रैप कैमरा लगाए गए हैं। इससे पूर्व पाबौ और बच्छणस्यूं के बणगांव में ट्रैप कैमरा लगाए थे, जहां भालू व गुलदार की सक्रियता के पुख्ता प्रमाण मिले थे।
ग्राम पंचायत ग्वैफर के ग्राम प्रधान लीला सिंह का कहना है कि जंगली जानवर की निरंतर धमक से ग्रामीणों में भय बना है। शाम ढलते ही लोग घरों में दुबकने को मजबूर हैं।
वहीं दूसरी तरफ वन क्षेत्राधिकारी संजय कुमार ने बताया कि वन जीवों पर नजर रखने के लिए ट्रैप कैमरा लगाए जा रहे हैं। इन कैमरा में संग्रहित फोटो व वीडियो के माध्यम से जंगली जानवरों पर नियंत्रण के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
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