आरटीई के कोटे में 46 प्रतिशत की कटौती, कठिन मानकों से गिरी दाखिलों की संख्या
नैनीताल न्यूज़: निजी स्कूलों में शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) के तहत मिलने वाले दाखिलों में भारी कटौती हुई है. बीते साल पूरी सीटें भरने में नाकाम रहे शिक्षा विभाग ने इस बार 46 फीसदी सीटें घटा दी हैं. इस साल 18 हजार सीटों पर ही दाखिले होंगे. दाखिले की प्रक्रिया 13 मई से शुरू होनी है.
समग्र शिक्षा उत्तराखंड ने सभी जिलों से आरटीई प्रवेश की तैयारी शुरू करने को कहा है. नियमावली पहले की ही तरह रखी गई है. अपर राज्य परियोजना निदेशक डॉ.मुकुल कुमार सती ने बताया कि बीते साल प्रदेश में 33 हजार से अधिक सीटों पर दाखिले की प्रक्रिया शुरू की गई थी हालांकि सभी सीटें भर नहीं पाई थीं. इस बार करीब 18 हजार सीटों पर दाखिला दिया जाएगा.
कठिन मानकों से गिरी दाखिलों की संख्या उत्तराखंड में आरटीई दाखिले के कठिन मानक हमेशा गरीब बच्चों के एडमिशन में बाधा बनते हैं. 55 हजार रुपये सालाना आय, वार्ड/पंचायतों के ही स्कूलों में दाखिले की अनिवार्यता के चलते बच्चे दाखिला लेने से वंचित रह जाते हैं.
इसके अलावा विधवा या तलाकशुदा मां पर निर्भर बच्चे के दाखिले के लिए सालाना आय सीमा 80 हजार रुपये से कम होनी जरूरी है. अधिकांश बच्चे इन मानकों को पूरा नहीं कर पाते हैं. ऐसे में हर साल 15 हजार सीटें खाली रह जाती हैं. इसके अलावा प्रवेश प्रक्रिया में दो महीने देरी होने के कारण भी इस बार सीटें कम की गई हैं.
आरटीई के तहत दाखिलों के संबंध में सभी शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं. इस बार राज्य में करीब 18 हजार सीटों पर आरटीई की दाखिला प्रक्रिया चलेगी.
-डॉ.मुकुल कुमार सती,
अपर राज्य परियोजना निदेशकसमग्र शिक्षा उत्तराखंड