नैनीताल न्यूज़: बजट सत्र में का प्रश्नकाल महिला सशक्तिकरण एवं खेल मंत्री रेखा आर्या के नाम पर रहा. मजबूत होमवर्क और राजनीतिक चातुर्य से महिला सशक्तिकरण और खेल मंत्री रेखा आर्या ने विपक्ष के चक्रव्यूह को ध्वस्त कर दिया. राशन की गुणवत्ता पर सवाल उठाने पर रेखा ने नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और हरिद्वार ग्रामीण विधायक अनुपमा रावत को चुनौती भी दे डाली कि पिछले पांच साल का एक मामला उनके सामने लाएं.
प्रश्नकाल पहला प्रश्न हरिद्वार ग्रामीण विधायक अनुपमा रावत का था. उन्होंने कहा कि राशन की दुकानों से लोगों को घटिया गेहूं चावल दिया जा रहा है. रेखा ने धान-गेहूं खरीद और गुणवत्ता की जांच की प्रक्रिया का विस्तार से ब्योरा रखना शुरू कर दिया. इस पर अनुपमा ने कहा कि सरकार ने केवल एक ही साल का ब्योरा दिया है. कम से कम पांच साल में घटिया राशन वितरण की जांच कार्रवाई का ब्योरा होना चाहिए था. रेखा ने चुनौती दी कि सरकारी राशन की दुकानों से दिए जाने वाले राशन की गुणवत्ता कतई खराब नहीं है. एक साल ही नहीं बल्कि पिछले पांच साल में भी एक भी मामला सामने नहीं आया. इस पर नेता प्रतिपक्ष आर्य ने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि सरकारी आंकड़े गलत है. राशन की दुकानों से खराब अनाज बांटा जा रहा है. जसपुर विधायक आदेश चौहान ने कहा कि दो साल पहले सीएम यूएसनगर आए थे. तब उन्होंने खुद भी उन्हें घटिया गुणवत्ता वाली चना दाल का सैंपल दिया था. विपक्ष के बार बार सवाल उठाने पर रेखा ने उन्हें घटिया राशन का मामला सामने लाने की चुनौती दे दी.
राज्य में खिलाडियों को खेल सुविधा देने से जुड़े डोईवाला से भाजपा विधायक बृजभूषण गैरोलों के सवाल पर भी विपक्ष ने रेखा को घेरने की कोशिश की, लेकिन रेखा सभी आरेापों को खारिज कर दिया. नंदा गौरा योजना को पर भी विपक्ष ने चक्रव्यूह रचने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने वर्ष 2017 से अब तक पूरा ब्योरा सदन में पेश कर दिया. हरिद्वार में फर्जी प्रमाणपत्र मामले में अफसरों को क्लीन चिट
नंदा गोरा योजना में हरिद्वार में गलत आय प्रमाणपत्र मामले में महिला सशक्तिकरण मंत्री ने अफसरों को क्लीन चिट दे दी. हरिद्वार में 193 आवेदकों के खिलाफ गलत प्रमाणपत्र देने पर एफआईआर दर्ज कराई गई है.
भगवानपुर विधायक ममता राकेश ने पूछा कि हरिद्वार में अब तक केवल आवेदन कर्ताओं पर ही केस किए गए हैं. जबकि प्रमाणपत्र बनाने वाले अफसरों पर कार्रवाई नहीं की गई. आर्या ने कहा कि अधिकारियों ने प्रमाणपत्र सही बनाए हैं. लेकिन आवेदकों ने उन प्रमाणपत्र में छेड़छाड़ की है. इसलिए उन्हीं के खिलाफ कार्रवाई की गई है. ममता ने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र में एक व्यक्ति के पास अधिकारियों द्वारा बाया गया फर्जी प्रमाणपत्र भी है. आर्या ने कहा कि वो उसे प्रस्तुत करें.