जोशीमठ: उत्तराखंड की पर्यटन नगरी जोशीमठ में पड़ रही दरारों के कारण विश्व प्रसिद्ध पर्यटन केंद्र औली के पर्यटन पर खासा असर पड़ा है। विश्व प्रसिद्ध पर्यटन केंद्र औली में नव वर्ष प्रारंभ से लेकर अभी तक पर्यटकों का तांता लगा रहता है। इस वर्ष औली का पर्यटन इस कदर लुढ़का की आकार 5 प्रतिशत पर टिक गया है।
कोविड काल में भी पर्यटकों का लगा था जमावड़ा
विश्व प्रसिद्ध पर्यटन केंद्र औली की ढलानों का आनंद लेने के लिए यहां पहुंचने वाले पर्यटकों को सुख सुविधाएं मुहैया करवाने वाले व्यापारियों ने बताया कि अन्य वर्षों के मुताबिक इस वर्ष औली में 5 प्रतिशत पर्यटक भी नहीं पहुंच रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष औली में कोविड काल के बाद पर्यटकों का जमावड़ा उमड़ा था। परंतु जोशीमठ में आई इस दरार रूपी आपदा के कारण औली का पर्यटन खत्म हो गया है।
इस कारण यहां व्यापार करने वाले व्यापारियों पर खासा असर पड़ा है। औली में छोटे-छोटे ढाबे इत्यादि चलाने वाले व्यापारियों ने बताया कि अन्य वर्षों के मुताबिक इस वर्ष वह कुछ भी नहीं कमा पा रहे हैं। वहीं जोशीमठ से औली के लिए गाड़ियां चलाने वाले टैक्सी चालकों ने बताया कि उनका व्यापार भी प्रभावित हो गया है।
पर्यटक बोले- औली के हालात सामान्य
विश्व प्रसिद्ध पर्यटन केंद्र औली की सफेद ढलानों का दीदार करने औली पहुंचे इक्का-दुक्का पर्यटकों ने बताया कि जोशीमठ के बारे में जो मीडिया में खबरें चल रही थी उन खबरों से उन्हें औली आने में डर लग रहा था। पर जब वह हिम्मत करके औली आए तो औली की स्थिति सामान्य दिखाई दे रही है।