उत्तराखंड

गंगा सहित कई नदियां उफनाईं भारी बारिश की चेतावनी के बाद बाढ़ को लेकर 30 गावों में रेड अलर्ट

Admin4
19 July 2022 5:25 PM GMT
गंगा सहित कई नदियां उफनाईं भारी बारिश की चेतावनी के बाद बाढ़ को लेकर 30 गावों में रेड अलर्ट
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उत्तराखंड में देहरादून, नैनीताल, पिथौरागढ़ सहित कई जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग की चेतावनी के बाद हरिद्वार प्रशासन भी अलर्ट मोड पर आ गया है। दो दिन तक भारी बारिश की मौसम विभाग की चेतावनी ने प्रशासन में हलचल मचा दी।

आपदा की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने गंगा और सोलानी नदी के किनारे के आसपास के चालीस से अधिक गांवों में रेड अलर्ट जारी कर दिया है। साथ ही आपदा में राहत एवं बचाव की तैयारी भी कर ली गई है। हरिद्वार जिले में अभी तक एकाध बार ही ढंग से बरसात हुई है।

मौसम विभाग ने 20 और 21 जुलाई को हरिद्वार सहित कई जिलों में बेतहाशा बारिश होने की चेतावनी दी है। चेतावनी से तहसील प्रशासन चौकन्ना हो गया है। बारिश होने पर आपदा की संभावना को देखते हुए तहसील प्रशासन ने गंगा और सोलानी नदी के किनारे के दो किलोमीटर के दायरे में बसे तीस से अधिक गांवों में रेड अलर्ट घोषित कर दिया है।

सोमवार सुबह से एसडीएम गोपालराम बिनवाल, तहसीलदार शालिनी मौर्य, नायब तहसीलदार रमेशचंद्र नौटियाल के अलावा राजस्व निरीक्षक और लेखपाल गांव गांव जाकर लोगों को इसकी जानकारी देकर सतर्क कर रहे हैं। यही नहीं, ज्यादा बरसात होने से आपदा आने की संभावना को देखते हुए एसडीएम तथा तहसीलदार ने राहत एवं बचाव के लिए की गई तैयारियों की समीक्षा भी की।

बालावाली, भिक्कमपुर, गोवर्धनपुर व माड़ाबेला की सभी चार बाढ़ राहत चौकियों पर तैनात कर्मचारियों को अलर्ट करते हुए 24 घंटे चौकी पर मौजूद रहने की हिदायत भी दी गई है। अतिरिक्त पुलिस बल सहित एसडीआरएफ फोर्स को संवदेनशील स्थानों में तैनात किया गया है, ताकि रिस्पांस टाइम को कम किया जा सके।

इन गांवों में किया गया रेड अलर्ट

भोगपुर, बाड़ीटीप, महाराजपुर कलां, महाराजपुर खुर्द, पंडितपुरी, सोंपरी, गंगदासपुर, हबीबपुर कुड़ी, गिद्धावाली, बालावाली, कलसिया, डुमनपुरी, डेरियो, पोड़ोवाली, लालपुर, खानपुर, ब्रहमपुर, निरंजनपुर, दल्लावाला, दाबकी खेड़ा, जोगावाला, माड़ाबेला, शेरपुर बेला, नाईवाला, मोहम्मदपुर मथाना, कुंआखेड़ा, ढाढेकी, सहीपुर, याहियापुर, हस्तमौली आदि।

फिलहाल गंगा का जलस्तर चेतावनी के निशान से काफी नीचे है। इसके बावजूद आपदा की स्थिति में राहत और बचाव की सारी तैयारी कर ली गई है।

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