ऋषिकेश न्यूज़: भर्ती घपलों को लेकर चर्चा में आए उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के एक पूर्व सदस्य के खिलाफ दून पुलिस ने विजिलेंस जांच की सिफारिश कर दी है. विभिन्न स्तरों से मिली शिकायत के बाद पुलिस ने यह कदम उठाया. यही नहीं, आरोपी पूर्व सदस्य पर आय से अधिक संपत्ति जुटाने का मुकदमा भी चल सकता है.
लोक सेवा आयोग के एक पूर्व सदस्य पर एक महिला अभ्यर्थी ने भी गंभीर आरोप लगाए थे. महिला अभ्यर्थी ने साक्षात्कार में मदद के बदले अकेले मिलने का दबाव बनाने का आरोप लगाया था. पूर्व में विभिन्न स्तरों पर शिकायत के बावजूद इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई, लेकिन बीते साल जुलाई-अगस्त में भर्ती का विवाद चरम पर आने के दौरान यह प्रकरण फिर उठ खड़ा हो गया था. पुलिस मुख्यालय ने इसका संज्ञान लेकर दून पुलिस को जांच के आदेश दिए थे. अब एसपी सिटी सरिता डोभाल ने पुलिस मुख्यालय को जांच रिपोर्ट सौंप दी है, जो शासन को भी उपलब्ध करा दी गई है. सूत्रों के मुताबिक, पुलिस जांच में पूर्व सदस्य पर लगे आरोपों की पुष्टि हुई है. भर्तियों की संवेदनशीलता और महिला अपराध से जुड़ा विषय होने के कारण पुलिस ने इस प्रकरण की विजिलेंस जांच की सिफारिश की है. यह मामला अब मुख्य सचिव स्तर की अध्यक्षता में प्रस्तावित राज्य सतर्कता समिति की बैठक में रखा जाएगा. यदि शासन इसे हरी झंडी देता है तो लोक सेवा आयोग के किसी पूर्व सदस्य पर विधिक कार्रवाई का यह पहला मामला बन सकता है.