उत्तराखंड
अल्मोड़ा में है रावण के भाई का मंदिर, जानें इसके बारे में
Ritisha Jaiswal
27 July 2022 3:18 PM GMT

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उत्तराखंड में 33 कोटि देवी-देवताओं का वास है, इसलिए इस राज्य को देवभूमि कहा जाता है. देवताओं की अनेकों कहानियां यहां से जुड़ी हुई हैं
उत्तराखंड में 33 कोटि देवी-देवताओं का वास है, इसलिए इस राज्य को देवभूमि कहा जाता है. देवताओं की अनेकों कहानियां यहां से जुड़ी हुई हैं. हम आपको आज ऐसे ही एक मंदिर के बारे में बताने वाले हैं, जो अल्मोड़ा से तकरीबन 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और यह मंदिर जागेश्वर धाम के नाम से जाना जाता है. हर महीने हजारों की संख्या में श्रद्धालु यहां आते हैं, पर आपको क्या यह पता है कि अल्मोड़ा के इसी धाम में भगवान कुबेर का भी मंदिर है. कुबेर देव (Kuber Dev Temple in Almora) को 'धन का देवता' कहा जाता है. कुबेर भगवान रावण के सौतेले भाई थे.
भगवान कुबेर का मंदिर जागेश्वर धाम परिसर में स्थित है. यह मंदिर भी 9वीं शताब्दी का बताया जाता है. प्राचीनकाल का कुबेर देव का मंदिर भक्तों के लिए आस्था का मुख्य केंद्र है. शक्ति रूप में यहां एकमुखी शिवलिंग में कुबेर भगवान यहां विराजमान हैं. कुबेर देव की जिसके ऊपर भी कृपा हो जाए तो उसे धन, यश, कीर्ति आदि की प्राप्ति होती है. इस मंदिर में भी कुछ ऐसी ही मान्यता है. यहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं. लोग यहां पूजा-अर्चना तो करते ही हैं, इसके अलावा यहां सोने-चांदी के सिक्के की पूजा कर उन्हें पीले कपड़े में बांधकर घर ले जाते हैं.
मान्यता है कि इस मंदिर में लोगों की सभी मनोकामना पूरी होती हैं. जब यहां लोगों की मनोकामना पूरी होती है, तो श्रद्धालु कुबेर देव को खीर का भोग लगाते हैं. इसके अलावा जिन लोगों का कारोबार नहीं चल पाता है, वे भी इस मंदिर में आकर अपनी अर्जी लगाते हैं.
मंदिर के पुजारी लोकेश भट्ट ने बताया कि यहां भगवान कुबेर का शक्ति रूप है. कुबेर देव एकमुखी शिवलिंग पर विराजमान हैं. शिवलिंग पर भगवान की प्रतिमा बनी हुई है. इस मंदिर में लोग अपनी मनोकामना लेकर आते हैं. भगवान कुबेर अपने भक्तों की सच्चे मन से मांगी गई हर मन्नत पूरी करते हैं. श्रद्धालु खीम राज बताते हैं कि वह दिल्ली से आए हैं. वह जब भी जागेश्वर धाम आते हैं, तो कुबेर जी के मंदिर में भी जरूर आते हैं. कुबेर भगवान के मंदिर में आने से लोगों को धन और यश की प्राप्ति होती है.
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