उत्तराखंड

उत्तराखंड में आफत की बारिश, कोसी के बढ़ते जलस्तर में गर्जिया की दुकानें हुई जलमग्न

Rani Sahu
10 Oct 2022 3:08 PM GMT
उत्तराखंड में आफत की बारिश, कोसी के बढ़ते जलस्तर में गर्जिया की दुकानें हुई जलमग्न
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देहरादून, (आईएएनएस)| उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश मुसीबत बनती जा रही है। बारिश के बाद कोसी सहित कई नदियां उफना गईं हैं। कोसी नदी का जलस्तर बढ़ने से गर्जिया के मुख्य मंदिर के पास स्थित दुकानें जलमग्न हो गयी। भारी बरसात के बाद यूपी बॉर्डर पर अलर्ट जारी किया गया है। बारिश के बाद भूस्खलन से कई सड़कें भी बंद हो गईं हैं, जिससे जगह-जगह यात्री फंस गए हैं। प्रशासन द्वारा बंद सड़कों को खोलने का काम किया जा रहा है, लेकिन खराब मौसम बाधा बना हुआ है। कोसी के बढ़ते जलस्तर में गर्जिया की दुकानें हुई जलमग्न:
शुक्रवार देर रात से कुमाऊं भर में मूसलाधार बारिश हो रही है। वहीं कोसी नदी उफान पर आ गयी है। जिसके चलते गर्जिया के मुख्य मंदिर के पास स्थित दुकानें जलमग्न हो गयी। बताया जा रहा है कि कोसी का जलस्तर अभी और बढ़ने की संभावना है। जिसे देखते हुए गर्जिया मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया है।
आपको बता दें कि मौसम विभाग के अलर्ट के बाद शुक्रवार रात से रामनगर समेत पहाड़ी क्षेत्रों लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है। जिसके चलते कोसी बैराज से 35 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। वहीं कोसी के बड़े जलस्तर से गर्जिया मंदिर से आश्रित दुकानदारों की दुकान जलमग्न हो गयी। वहीं मंदिर कमेटी ने बारिश को देखते हुए मंदिर में जाने पर रोक लगा दी है। वहीं सिंचाई विभाग के अधिकारियों के अनुसार, पानी का जलस्तर और बढ़ने की संभावना है।
रामनगर में धनगढ़ी नाला उफान पर: बीते गुरुवार से हो रही बारिश से रामनगर हाईवे 309 पर स्थित धनगढ़ी नाला उफान पर आ गया। सोमवार तड़के करीब चार बजे से धनगढ़ी नाले के दोनों पर वाहनों की आवाजाही रोक दी गई। वहीं, कोसी बैराज का जलस्तर 17 हजार क्यूसेक से बढ़कर बजे 32 हजार क्यूसेक पहुंचा गया है। इससे काशीपुर व यूपी के गांव को अलर्ट किया गया है। एसडीएम गौरव चटवाल ने बताया कि बारिश को देखते हुए सभी बाढ़ चौकियों को अलर्ट रहने को गया गया है। बताया कि नदियों के आसपास के गांव में सुरक्षा को देखते हुए नजर रखी जा रही है।
ढेला नदी में पानी छोड़ने से बस्ती में घुसा पानी, नदी किनारे बसे लोगों को सर्तक रहने के निर्देश:
रामनगर से कोसी बैराज का पानी छोड़ने से ढेला नदी एकाएक उफना गई। जिससे वहां रह रहे आसपास के लोगों में अफरा-तफरी मच गई। वहीं सूचना पर एसडीएम और तहसीलदार ने भी मौका मुआयना किया। लोगों से सतर्क रहने को कहा है। सोमवार को रामनगर कोसी बैराज से ढेला नदी में सुबह छह बजे से पानी छोड़ा जाने लगा। सिंचाई विभाग के एसडीओ दीपक शर्मा ने बताया कि सुबह 10 बजे तक ढेला नदी में 23363 क्यूसेक पानी छोड़ा गया।
पानी छोड़ने से ढेला नदी का जल स्तर बढ़ गया और पानी पास की ढेली बस्ती में घुस गया। सूचना पर एसडीएम अभय प्रताप सिंह व तहसीलदार अक्षय कुमार भट्ट राजस्व टीम के साथ मौके पर पहुंच गये । उन्होंने कटाव वाले स्थान पर मिट्टी भरान के निर्देश दिये। सिंचाई विभाग के एसडीओ ने बताया कि अभी ढेला नदी में और पानी छोड़े जाने की संभावना है। बताया कि तुमड़िया डैम की क्षमता 857 फिट है और अभी डैम में 843 फिट पानी है।
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